सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन अवसर पर आज किन्नौर जिला के परिवहन विभाग द्वारा उपायुक्त कार्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त किन्नौर डॉ.अमित कुमार शर्मा ने की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि इस कार्यशाला को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों पर चर्चा करना है और उन्हें कम करने के उपायों पर विचार-विमर्श करना है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यातायात नियमों के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना आवश्यक है तथा इस प्रकार की कार्यशालाओं को अधिक से अधिक आयोजन कर हम आम जनता को यातायात नियमों व वाहन चलाते समय बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत करवा सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं न केवल व्यक्तियों और परिवारों के लिए त्रासदी का कारण बनती हैं, बल्कि राष्ट्र के लिए भी आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए हमें मिलकर काम करना होगा और सड़क पर सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने होंगे ताकि लोगों को एक सुरक्षित सफर प्रदान किया जा सके। उन्होंने सभी हितधारक विभागों से पोर्टल पर सही और समय पर डेटा दर्ज करने को भी कहा।
कार्यशाला में राष्ट्रीय सड़क दुर्घटना जांच पोर्टल पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में एनआईसी के परियोजना प्रबंधक अश्वनी नेगी ने वेब एप्लिकेशन के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया कि कैसे विश्वसनीय डेटा दर्ज किया जा सकता है। इससे प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए उपाय किए जा सकेंगे।
कार्यशाला के समापन पर, प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया गया। प्रतिभागियों ने इस प्रकार की कार्यशाला को आयोजित करने के लिए परिवहन विभाग का सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम निभाती हैं।
कार्यशाला में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, होमगार्ड के कमांडेंट सहित विभिन्न हितधारक विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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