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शिक्षा में निरंतर गुणात्मक सुधार की दिशा में हिमाचल प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है तथा निकट भविष्य में इस के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंबा के सभागार में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में उपस्थित जिला के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों, स्कूलों के प्रधानाचार्यों तथा मुख्याध्यापकों को संबोधित करते हुए दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में चालू वित्त वर्ष में शिक्षा पर लगभग 9000 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में जब प्रदेश में वर्तमान सरकार सत्ता में आई तो हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 15000 पद रिक्त थे उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले वर्ष में ही 7000 पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की। रोहित ठाकुर ने जानकारी दी कि हाल ही में प्रदेश में टीजीटी के 1100 पद बैच वाइज आधार पर भरे गए हैं जिनमें से 236 पद जिला चंबा में भरे जा चुके हैं। इसके अलावा शीघ्र ही प्रदेश में जेबीटी के 1100 पद भरे जा रहे हैं तथा निकट भविष्य में जिला चंबा के प्राथमिक पाठशाला में भी प्राथमिकता के आधार पर जेबीटी अध्यापकों की नियुक्तियां की जाएंगी। शिक्षा मंत्री ने स्थानीय विधायक नीरज नैयर तथा क्षेत्र वासियों की मांग पर राजकीय महाविद्यालय चंबा में सोशियोलॉजी के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स को अगले वित्त वर्ष में शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने महाविद्यालय परिसर में अतिरिक्त भवन बनाने तथा महाविद्यालय की फर्नीचर से संबंधित मांग को भी शीघ्र पूरा करने का भी आश्वासन दिया।
इस से पूर्व उप निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाढ़क ने पावर पांईट प्रस्तुति के माध्यम से जिला चंबा में विधालयों तथा विधार्थियों की संख्या तथा गत बर्षौं के दौरान जिला के स्कूलों के परीक्षा परिणाम वारे विस्तृत जानकारी दी। प्यार सिंह चाढ़क ने बताया कि जिला में कुल 317 स्कूल हैं जिनमें 165 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, 94 राजकीय उच्च विद्यालय तथा 58 निजी विधालय शामिल हैं। जिला में वित्त वर्ष 2024 25 में 44621 विधार्थी हैं जिनमें 22102 छात्र तथा 22519 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जिला के शिक्षण संस्थानों में विभिन्न वर्गों के कुल 3325 स्वीकृत हैं जिनमें 32% पद रिक्त हैं।
प्रारंभिक शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ज्ञान सिंह ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा के अंतर्गत जिला चंबा में कुल 1409 स्कूल हैं जिनमें 1181 राजकीय प्राथमिक पाठशाला तथा 228 राजकीय माध्यमिक पाठशाला शामिल हैं। जिला की राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में वित्त वर्ष 2024 25 में कुल 29670 विधार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनमें 14481 छात्र तथा 15189 छात्राएं शामिल हैं। जबकि राजकीय माध्यमिक पाठशालाओं में कुल 6988 शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनमें 3387 छात्र तथा 3601 छात्राएं शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त राजकीय महाविद्यालय चंबा, चुवाड़ी, भरमौर तथा बनीखेत सहित जिला के महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने भी अपने अपने संस्थानों के बारे में ढांचागत विकास व शिक्षा तथा खेल के क्षेत्र में उपलब्धियों वारे शिक्षा मंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
इससे पूर्व शिक्षा मंत्री राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंबा तथा राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंबा का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। इस दौरान बिधालय प्रबधंन ने शिक्षा मंत्री के समक्ष अध्यापकों के अतिरिक्त पदों तथा अतिरिक्त भवन संबंधी मांगों वारे अवगत करवाया जिसे शिक्षा मंत्री ने शीध्र पूरा करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम राजकीय महाविद्यालय चंबा के प्रधानाचार्य ने शिक्षा मंत्री व उनके साथ आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत किया तथा उन्हें बैठक की मेजबानी प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। इसके पश्चात शिक्षा मंत्री सहित आए हुए सभी प्रमुख मेहमानों को विधिवत सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, राज्य परियोजना निदेशक (समग्र शिक्षा) राजेश शर्मा, स्थानीय विधायक नीरज नैयर तथा मुख्य संसदीय सचिव (शिक्षा व शहरी विकास) आशीष बुटेल ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव (शिक्षा व शहरी विकास)आशीष बुटेल विधानसभा क्षेत्र चंबा के विधायक नीरज नैयर, एचआरटीसी निदेशक मंडल के सदस्य सुरजीत भरमौरी, उपायुक्त मुकेश रेपसवाल, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव,निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा आशीष कोहली, राज्य परियोजना निदेशक (समग्र शिक्षा) राजेश शर्मा, उप निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाढ़क, उप निदेशक, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ज्ञान चंद, सहित विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के प्रधानाचार्यों व माध्यमिक तथा उच्च विद्यालयों के मुख्य अध्यापकों सहित केंद्रीय मुख्य अध्यापक तथा शिक्षा विभाग के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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