मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज ऊर्जा विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में अधिक से अधिक हरित ऊर्जा का दोहन करने के लिए तत्परता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सोलन जिले के नालागढ़ में एक मेगावाट क्षमता की ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना निर्माणाधीन है तथा ऊना जिले के पेखुबेला में 32 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण रिकॉर्ड छः माह में पूरा कर लिया गया है। ऊना जिले में दो और ऐसी परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिन्हें शीघ्र ही जनता को समर्पित किया जाएगा।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार तथा रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश में जल ऊर्जा पर्यटन को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में नीति तैयार की जाएगी तथा ऊर्जा विभाग के माध्यम से विद्युत परियोजना डेवलपर्स को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य के हित में निर्माणाधीन विद्युत परियोजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य की जल विद्युत उत्पादन क्षमता का दोहन करने के लिए गैर उत्तरदायी जल विद्युत परियोजनाओं को पुनः विज्ञापित किया जाएगा। उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड को देवी कोठी तथा हेल पावर परियोजनाओं का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने न्यायालयों में लंबित जेएसडब्ल्यू, शानन तथा बीबीएमबी के लंबित बकाए जैसे उच्च स्तरीय मामलों की भी समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को इन मामलों को दक्षता से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने पंप भंडारण परियोजनाओं के कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, एचपीएसईबीएल के एमडी संदीप कुमार, ऊर्जा विभाग के निदेशक राकेश प्रजापति, हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा, एचपीपीटीसीएल के प्रबंध निदेशक राजीव सूद तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Read Time:3 Minute, 30 Second
Average Rating