Himachal Election: हिमाचल में कांग्रेस व भाजपा में सीधी टक्‍कर, जानिए दोनों की मजबूती व कमजोरी, आप भी प्रयासरत

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Himachal Election: हिमाचल में कांग्रेस व भाजपा में सीधी टक्‍कर, जानिए दोनों की मजबूती व कमजोरी, आप भी प्रयासरत।हिमाचल प्रदेश में कोई भी चुनाव हो भाजपा और कांग्रेस में ही सीधा मुकाबला रहता है। इस बार भी विधानसभा चुनाव में भी ऐसी ही स्थिति है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी, अन्य दल व निर्दलीय समीकरण बिगाड़ सकते हैं।अभी तक दोनों ही प्रमुख दलों ने आधिकारिक तौर पर प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारे हैं। माकपा और आप ने कुछ प्रत्याशी घोषित किए हैं। दोनों राजनीतिक दल एक-दूसरे के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। आप ने प्रदेश में चुनाव से पहले प्रभावी ढंग से अखाड़े में प्रवेश किया था किंतु अब वह धार गायब है। तीसरे विकल्प के तौर पर उसका दावा अब तक कमजोर ही दिख रहा है। प्रदेश की 68 विधानसभा सीट के लिए सोमवार से चुनाव अधिसूचना के साथ नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई।

वर्ष 1985 के बाद रिपीट नहीं सरकार

प्रदेश में वर्ष 1985 से अब भी तक किसी भी दल की सरकार रिपीट नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व भाजपा नेता रिवाज बदलने और पार्टी के फिर से सत्तासीन होने की बातें कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस नेता 10 गारंटी और सरकार की नाकामियों के आधार पर सत्ता में वापसी का दावा कर रही है।



जयराम ठाकुर को विश्‍वास, जनता रिवाज बदलेगी

हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा शिक्षा, स्वास्थ्य व उद्योग के विकास के साथ डबल इंजन सरकार के योगदान को लेकर जनता में जाएंगे। इस बार विकास और ईमानदार प्रयास के आधार पर जनता रिवाज बदलेगी। जनता भाजपा को दोबारा सत्ता सौंपेगी।

दस गारंटी से करेंगे वापसी : प्रतिभा सिंह

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष प्रतिभा सिंह का कहना है भाजपा की सरकार से कर्मचारी, युवा, किसान-बागवान और आम लोगों नाराज हैं। सभी को मांगों को मनवाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा है। कांग्रेस पार्टी ने 10 गारंटी दी हैं, जिसके आधार पर सत्ता में वापसी करेंगे।



विधानसभा चुनाव 2012

दल,प्रत्याशी,जीते,वोट मिले (लाख में),मत प्रतिशत
कांग्रेस,68,36,14.47,42.81
भाजपा,68,26,13,38.47
एचएलपी,36,01,0.81,2.40
बसपा,66,00,0.39,1.17
माकपा,16,00,0.39,1.16
एनसीपी,13,00,0.12,0.36
निर्दलीय,105,05,4.10,12.14
कांग्रेस की सरकार बनी, वीरभद्र सिंह बने मुख्यमंत्री

विधानसभा चुनाव 2017

दल,प्रत्याशी,जीते,वोट मिले (लाख में),मत प्रतिशत
भजपा,68,44,18.4,48.7
कांग्रेस,68,21,15.7,41.6
माकपा,14,01,0.55,1.47
बसपा,40,00,0.18,0.49
निर्दलीय,112,02,2.39,6.34
नोट : वोट लाखों में
भाजपा की सरकार बनी, जयराम ठाकुर बने मुख्यमंत्री

विधानसभा चुनाव 2012

कांग्रेस, 36
भाजपा, 26
एचएलपी, 1
निर्दलीय, 5
विधानसभा चुनाव 2017

भाजपा, 44
कांग्रेस, 21
माकपा, 1
निर्दलीय, 2
एक भाजपा व दो कांग्रेस विधायकों के निधन के बाद 2021 में हुए उपचनाव में कांग्रेस ने तीनों सीटें जीतीं, उसके विधायकों की संख्या 22 सीटें हो गईं व भाजपा की 43 सीटें रह गई।



कांग्रेस : कमजोरी और मजबूती

कमजोरी : कांग्रेस की सबसे बड़ी कमजोरी गुटबाजी और कई नेताओं का पार्टी छोड़ना है। कांग्रेस के दो विधायक भाजपा में चले गए हैं, इनमें एक कार्यकारी अध्यक्ष भी थे। एक अन्य कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन भी पार्टी छोड़ भाजपा में जा चुके हैं। मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं।
मजबूती : पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का जनाधार। उनको श्रद्धांजलि के नाम पर फिर जनता से वोट मांगे जाएंगे। पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए कर्मचारी वर्ग का समर्थन। 10 दिन में ओपीएस समेत एक लाख नौकरियां देने की घोषणा।
कांग्रेस की गारंटी

कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना होगी बहाल।
महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये।
300 यूनिट बिजली निश्शुल्क देंगे।
पांच लाख लोगों को रोजगार।
युवाओं के लिए 680 करोड़ का स्टार्टअप फंड।
दो रुपये किलो गोबर की खरीद।


भाजपा : कमजोरी और मजबूती

मजबूती : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कार्यकाल विवादों से दूर रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार उनकी पीठ थपथपाई है। जनता के बीच अच्छी छवि। केंद्र में भाजपा की सरकार है। सुखराम परिवार के भाजपा में आने से मंडी में मजबूती मिली। एम्स बिलासपुर, वंदे भारत, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा।
कमजोरी : पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू न होने के कारण लाखों कर्मचारी नाराज हैं। कर्मचारियों के लिए घोषाणाएं कर कर्मचारियों को अपने पक्ष में करने का प्रयास अवश्य किया है।
जयराम सरकार दे रही राहत

125 यूनिट बिजली निश्शुल्क।
50 प्रतिशत बस किराया महिलाओं का माफ।
स्वावलंबन योजना में उपदान।
मुफ्त गृहिणी सुविधा योजना में रसोई गैस के साथ तीन सिलेंडर निश्शुल्क।
ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का कोई बिल नहीं।
कभी तीसरे दल पर नहीं जताया भरोसा

हिमाचल के लोगों ने कभी तीसरे दल पर विश्वास नहीं जताया। 1998 में पंडित सुखराम ने कांग्रेस से अलग होकर हिमाचल विकास कांग्रेस (हिविकां) का गठन किया। विधानसभा चुनाव में पांच सीट पर जीत हासिल की। भाजपा ने हिविकां के साथ सरकार बनाई और प्रेम कुमार धूमल पहली बार मुख्यमंत्री बने। इसके अतिरिक्त कभी तीसरे दल को इससे अधिक सीट नहीं मिली। इस बार आप ने दस्तक दी हैं लेकिन अभी तक कुछ विशेष नजर नहीं आ रहा।

हिमाचल में मतदाता व चुनाव का गणित

कुल मतदाता : 55,74,793
पुरुष : 28,46,201
महिला : 27,28,555
ट्रांजेंडर : 37
प्रदेश में 67,538 सर्विस मतदाता हैं।
सुलह में सर्वाधिक मतदाता : 1,04,486
लाहुल स्पीति में सबसे कम मतदाता : 24,744
टशीगंग सबसे ऊंचा मतदान केंद्र : 15,256 फीट
सिद्धबाड़ी मतदान केंद्र में सर्वाधिक मतदाता : 1494 मतदाता
75.66 करोड़ रुपये चुनाव पर खर्च होने का अनुमान
12 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित 20 मतदान केंद्र
10 से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित 65 मतदान केंद्र
चुनाव कार्यक्रम

अधिसूचना जारी,17 अक्टूबर (सोमवार),
नामांकन करने की अंतिम तिथि,25 अक्टूबर (मंगलवार)
नामांकनों की जांच,27 अक्टूबर, (वीरवार)
नाम वापस लेने की अंतिम तिथि,29 अक्टूबर (शनिवार)
मतदान की तिथि,12 नवंबर,(शनिवार)
मतगणना, 8 दिसंबर, 2022 (वीरवार)

http://dhunt.in/DEwzt?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “जागरण”

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