Himachal Election 2022: चुनाव से पहले ही हांफने लगी AAP! जानिए BJP के लिए कैसे हो रही मददगार।(Himachal Pradesh) की राजनीति में जिस तरीके से आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की एंट्री हुई थी, वैसा प्रदर्शन चुनाव आने तक पार्टी नहीं कर पाईं।
लेकिन आप की मौजूदगी ने कांग्रेस पार्टी को कई चुनाव क्षेत्रों में बीच मझधार में फंसा कर रख दिया है। जिससे भाजपा गदगद है और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी भाजपा की सत्ता विरोधी लहर को पाटने के लिए भाजपा प्रत्याशियों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं।जिस तरीके से शुरुआत में लग रहा था, कि आम आदमी पार्टी हिमाचल की राजनीति में भाजपा और कांग्रेस पार्टी पार्टी का एक बेहतर विकल्प बन सकती है। लेकिन मतदान करीब आते आते आप की लहर सिमटती चली गई।
करीब तीन माह पहले ऐसे हालात नहीं थे। उस समय भाजपा सरकार को आम आदमी पार्टी के दबाव की ही वजह से कई अहम निर्णय बदलने पडे थे। इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी को भी अपनी रणनीति बदलने के लिए विवश होना पड़ा था। लेकिन लगातार मिले झटकों की वजह आम आदमी पार्टी पहाड़ की राजनीति में अपने पैर जमा नहीं पाई। आप के फीके प्रदर्शन का पूरा लाभ अब भाजपा को मिल रहा है। जिससे कई चुनाव क्षेत्रों में आप कांग्रेस पार्टी के लिए नई मुसीबत बन गई है। पहले जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इस बार आप प्रदेश में आप भाजपा की मददगार पार्टी बनती जा रही है।
आम आदमी पार्टी ने इस बार प्रदेश के 68 चुनाव क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी उतारे है। पार्टी के पास अपना मजबूत संगठन तो नहीं है। इसके बावजूद पार्टी ने अपनी पहचान बना ली है। पार्टी ने चुनावों की घोषणा से पहले 68 चुनाव क्षेत्रों में अपने प्रतिनिधि तैनात किए थे। ताकि संगठन को सक्रिय किया जा सके। पार्टी के करीब नौ हजार पदाधिकारी बूथ स्तर पर तैनात किए गए और चारों संसदीय चुनाव क्षेत्रों में संसदीय प्रभारी तैनात किए गए। इन्हें पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस सबको दुर्गेश पाठक की टीम मॉनिटर कर रही थी।
आम आदमी पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने में लगे हैं। लेकिन चुनाव नजदीक आते-आते आम आदमी पार्टी का किला ढहने के कगार पर पहुंच गया। पंजाब में मिली जीत के बाद आम आदमी पार्टी की नजर हिमाचल प्रदेश पर थी। इससे पहले की पार्टी अपना कुछ आधार मजबूत कर पाती, पार्टी का पूरा संगठन भाजपा में चला गया, और उसके बाद प्रदेश प्रभारी सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी हो गई। जिससे पार्टी को खासा झटका लगा है। पार्टी को प्रदेश में कोई मजबूत जनाधार वाला नेता ही नहीं मिल पाया। जिससे पार्टी के पक्ष में माहौल नहीं बन पाया।
आलम यह है कि चुनाव आते आते पार्टी हांफती नजर आ रही है। पार्टी के बड़े नेताओं को भी हिमाचल से मोहभंग हो चुका है और पार्टी के प्रत्याशी भी अपने तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने कहा लोगों को आम आदमी पार्टी की गारंटियों पर भरोसा है। आज हिमाचल में जनता के बीच का आम आदमी चुनाव लड़ रहा है। इसके बाद मनीष सिसोदिया और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी आएंगे और हिमाचल में रोड शो करेंगे।
http://dhunt.in/EJ097?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “OneIndia”
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