आज 3 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक, तय होगा हिमाचल का सीएम कौन ।हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के साथ ही अब प्रदेश का सीएम कौन होगा, ये तय होना है. आज अपराह्न तीन बजे कांग्रेस की विधायक दल की मीटिंग होगी जिसमें तय हो जाएगा हिमाचल की कुर्सी किसके हिस्से होगी.
प्रदेश की पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है. वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री भी इस रेस में प्रमुखता से शामिल हैं.
हिमाचल का सीएम कौन, आज होगा तय
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस किसी ऐसे चेहरे पर फैसला करेगी, जो पार्टी को आगे चलकर बांध सके, कांग्रेस के लिए ये फौरी चुनौती है. प्रतिभा सिंह ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है और विधायक भी नहीं हैं, लेकिन पार्टी के लिए उन्होंने राज्य भर में बड़े पैमाने पर प्रचार किया था.
प्रतिभा सिंह वर्तमान में मंडी से सांसद हैं. वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विरासत को भी आगे बढ़ा रही हैं, जिन्होंने चार दशक से अधिक समय तक राज्य में कांग्रेस का नेतृत्व किया. पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि सिंह को अधिकांश विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो लंबे समय तक पहाड़ी राज्य में कांग्रेस के निर्विवाद नेता रहे वीरभद्र सिंह के प्रति अपनी निष्ठा रखते हैं.
सीएम पद की दौड़ में ये चेहरे हैं शामिल
प्रतिभा सिंह भी सीएम पद के उम्मीदवार हो सकती हैं.अन्य सीएम उम्मीदवारों में नादौन से विधायक सुक्खू और हरोली से चुने गए अग्निहोत्री शामिल हैं. दोनों को उम्मीद है कि पार्टी आलाकमान पूर्व पीसीसी प्रमुख और कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में उनके काम को मान्यता देगा.
अग्निहोत्री का दावा है कि उन्होंने सीएलपी नेता के रूप में राज्य विधानसभा में पार्टी की स्थिति को मजबूती से रखा और पिछले पांच वर्षों के दौरान भाजपा के “कुशासन” को उजागर किया. अग्निहोत्री एक ब्राह्मण नेता हैं, जबकि सुक्खू राज्य के प्रभावी ठाकुर समुदाय से आते हैं.
वहीं, ठियोग से जीतने वाले पूर्व पीसीसी प्रमुख कुलदीप सिंह राठौर भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं और दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में गुटबाजी वाली पार्टी को एक साथ लाया. राठौर को कुछ महीने पहले प्रतिभा सिंह के साथ हिमाचल इकाई के प्रमुख के रूप में बदल दिया गया था. छह बार की विधायक आशा कुमारी और पूर्व पीसीसी प्रमुख कौल सिंह ठाकुर जैसे कुछ अन्य उम्मीदवार इस बार चुनाव हार गए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के कई नेताओं ने इस उम्मीद में चुनाव लड़ा था कि वे पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इससे उन्हें अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में पर्याप्त समर्थन हासिल करने में भी मदद मिली. चुनाव प्रचार के दौरान, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं ने अपने मुख्यमंत्री-आकांक्षी को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष किया था.
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