Golden Boot Scenario: लियोनल मेसी या किलियन एम्बाप्पे… किसे मिलेगा गोल्डन बूट? गोल बराबर होने पर कैसे होगा फैसला.. समझें पूरा समीकरण ।
लियोनल मेसी (Lionel Messi) और किलियन एम्बाप्पे (Kylian Mbappe) मौजूदा फुटबॉल विश्व कप (FIFA World Cup) में एक समान 5-5 गोल दाग चुके हैं.
दोनों इस समय गोल्डन बूट (Golden Boot) के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं. (AP)
सबसे बड़ा सवाल अब यह है कि यदि लियोनल मेसी और किलियन एम्बाप्पे के गोल फाइनल के बाद भी एक बराबर रहते हैं तो, फिर क्या होगा? फीफा विश्व कप के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड में से एक गोल्डन बूट (Golden Boot) किसे दिया जाएगा? दोनों खिलाड़ी अभी तक इस अवॉर्ड से वंचित हैं. (AP)
लियोनल मेसी, किलियन एम्बाप्पे या किसी और खिलाड़ी के यदि एक समान गोल होते हैं तो, उस स्थिति में यह देखा जाएगा कि किस खिलाड़ी ने सबसे कम पेनल्टी पर गोल दागे हैं. मतलब कि सबसे कम पेनल्टी वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट दे दिया जाएगा. (AP)
ऐसे में देखा जाए तो लियोनल मेसी (Lionel Messi) ने इस विश्व कप में 3 बार पेनाल्टी को गोल में तब्दील किया है. मेसी ने नीदरलैंड्स, क्रोएशिया और सउदी अरब के खिलाफ पेनल्टी पर गोल दागे हैं. जबकि किलियन एम्बाप्पे ने अपने सभी पांचों गोल आउटफील्ड के जरिए किए हैं. (AP)
अब यदि फाइनल में लियोनल मेसी गोल करते हैं और किलियन एम्बाप्पे (Kylian Mbappe) फाइनल में कोई गोल नहीं कर पाते हैं तब स्वत: गोल्डन बूट अवॉर्ड पर मेसी का कब्जा हो जाएगा. (AP)
लियोनल मेसी और किलियन एम्बाप्पे के बीच यदि पेनल्टी और आउटफील्ड गोल दोनों टाई हो जाते हैं तब गोल्डन बूट का हकदार कौन होगा? ऐसे में सबसे ज्यादा असिस्ट करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट से सम्मानित किया जाएगा. (AP)
इस अवॉर्ड की शुरुआत साल 1982 में हुई थी. तब इसे गोल्डन शू (Golden Shoe) के नाम से जाना जाता था. साल 2010 के फीफा विश्व कप में इसका नाम गोल्डन शू से बदलकर गोल्डन बूट कर दिया गया. (AP)
क्रिकेट में जिस तरह टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’चुना जाता है, ठीक उसी तरह फुटबॉल विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले फुटबॉलर को ‘गोल्डन बूट’ दिया जाता है. (AP)
Source : “News18”
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