AAP से हारकर भी मेयर पद पर कब्जे की कोशिश में BJP, रेखा पर लगाया दांव; इकबाल के खिलाफ कमल। एमसीडी चुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी को अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी से मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भगवा दल ने मेयर पद पर कब्जे की कोशिश नहीं छोड़ी है।
भाजपा ने मेयर चुनाव में ‘आप’ को चुनौती देने का फैसला किया है। मेयर पद के लिए रेखा गुप्ता और डिप्टी मेयर के लिए कमल बागड़ी को उम्मीदवार बनाया है। दोनों आज ही नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं।
रेखा गुप्ता पीतमपुरा से पार्षद हैं। वह तीसरी बार पार्षद चुनी गई हैं। वहीं, डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहे कमल बागड़ी राम नगर से पहली बार चुनाव जीतकर निगम में पहुंचे हैं। ‘आप’ ने डिप्टी मेयर पद के लिए तीन बार के पार्षद आले इकबाल को उम्मीदवार बनाया है तो पहली बार चुनाव जीतने वाली शैली ओबेरॉय को मेयर पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली की मेयर रहीं कमलजीत सहरावत और एक दिन पहले ही वापसी करने वाले गजेंद्र दराल को स्टैंडिंग कमेटी मेंबर का उम्मीदवार बनाया गया है।
दिल्ली नगर निगम में मेयर पद के लिए सोमवार को ‘आप’ की ओर से शैली ओबेराय ने नामांकन दाखिल किया तो डिप्टी मेयर पद के लिए आले मोहम्मद इकबाल ने भी पर्चा दाखिल किया। नामांकन करने वाला कोई भी प्रत्याशी 6 जनवरी को होने वाले चुनाव के दौरान भी अपना नाम वापस ले सकता है। महापौर पद के लिए पहला वर्ष महिला प्रत्याशी के रूप में आरक्षित रहता है और महापौर का कार्यकाल एक वर्ष के लिए होता है।
250 सदस्यीय निगम में आप के 134 पार्षद हैं तो भाजपा ने 104 वार्ड में जीत हासिल की है। मेयर पद के चुनाव से पहले मुंडका से निर्दलीय पार्षद गजेंद्र दराल ने भाजपा का दामन थाम लिया है, जिससे सदन में भाजपा पार्षदों की संख्या 105 हो गई है। कांग्रेस के पास 9 पार्षद हैं। भाजपा की ओर से उम्मीदवारों के ऐलान के बाद एमसीडी में मेयर पद की जंग में रोमांच आ गया है। देखना दिलचस्प होगा कि वार्डों की लड़ाई में पिछड़ने के बाद भाजपा केजरीवाल की पार्टी को कैसी टक्कर दे पाती है। एमसीडी में दल-बदल विरोधी कानून लागू नहीं होता है और इसलिए पार्षद दलीय सीमा से बाहर जाकर भी वोटिंग कर सकते हैं। मेयर का चुनाव सीक्रेट बैलेट के जरिए होता है और कोई भी सदस्य किसी को भी वोट दे सकता है।
Source : “Live हिन्दुस्तान”
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