शिमला, 21 फरवरी 2023 – सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, केंद्रीय संचार ब्यूरो और प्रेस सूचना ब्यूरो ने बचत भवन, शिमला में सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई विभिन्न महिला-केंद्रित योजनाओं के बारे में विवरण साझा करने के लिए एक मीडिया इंटरेक्शन का आयोजन किया।
प्रेस सूचना ब्यूरो (उत्तर पश्चिम क्षेत्र) के अतिरिक्त महानिदेशक राजिंदर चौधरी और मुख्य अतिथि सुश्री इल्मा अफरोज, एसपी एसडीआरएफ ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की पहल पर अपने विचार साझा किए।
एडीजी राजिंदर चौधरी ने महिलाओं के जीवन में सुधार के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा, “महिला सशक्तिकरण एक विकल्प नहीं है, यह एक प्रगतिशील समाज के लिए एक आवश्यकता है।”
सुश्री इल्मा अफरोज, एसपी एसडीआरएफ ने आज के समाज में महिला सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डाला और महिलाओं के कल्याण के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। “महिलाओं को सशक्त बनाना केवल लैंगिक समानता के बारे में नहीं है, बल्कि यह समग्र रूप से एक बेहतर समाज बनाने के बारे में है|”
उन्होंने महिलाओं से अपनी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए योजनाओं का लाभ उठाने का भी आग्रह किया। “ये योजनाएँ महिलाओं को न केवल खुद को बल्कि अपने परिवारों और समुदायों को भी बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करती हैं,” -अफरोज|
श्री हर्षित नारंग, सहायक निदेशक, पीआईबी चंडीगढ़ ने स्वागत भाषण दिया और मीडिया में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने मीडिया में महिलाओं को समान अवसर और प्रतिनिधित्व दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की उप निदेशक श्रीमती संगीता जोशी ने विभिन्न महिला केंद्रित सरकारी योजनाओं पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे ये योजनाएँ महिलाओं को सशक्त बना रही हैं और पूरे भारत में उनके सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दे रही हैं। संगीता जोशी ने कहा, “ये योजनाएं केवल महिला सशक्तिकरण के बारे में नहीं हैं, बल्कि ये एक अधिक समावेशी समाज बनाने के बारे में भी हैं।”
नंदिनी मित्तल, रेशमा कश्यप, वंदना ठाकुर, अर्चना फुल, पूजा शर्मा, भारती शर्मा, शिवानी कपूर और पूनम भारद्वाज को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
शिमला मीडिया में लंबे समय से नंदिनी मित्तल का नाम है। वह वर्तमान में दूरदर्शन समाचार के साथ काम करती हैं और वर्षों से इस क्षेत्र के विभिन्न प्रासंगिक महिला केंद्रित मुद्दों को उठाती रही हैं। रेशमा कश्यप, जो वर्तमान में हिमाचल ब्यूरो के रूप में डेली पोस्ट न्यूज में काम करती हैं, ने कोविड काल के दौरान कई विशेष कहानियों को कवर किया है। पंजाब केसरी समूह के साथ काम करने वाली वंदना ठाकुर लंबे समय से महिला और बाल विकास के मुद्दों को उठाती रही हैं। 11 वर्षों से शिमला में हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक विशेष संवाददाता और राष्ट्रीय संवाददाता, अर्चना फूल ने महिलाओं के मुद्दों, सामाजिक विकास, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर कहानियों में विशेषज्ञता हासिल की है। अमर उजाला शिमला कार्यालय की संवाददाता भारती शर्मा महिला एवं बाल विकास, साहित्य और युवाओं से जुड़े मुद्दों को उठाती रही हैं। दैनिक सवेरा में महिलाओं और संबंधित मुद्दों पर शिवानी कपूर के काम पर भी प्रकाश डाला गया। पूनम भारद्वाज दैनिक भास्कर के साथ काम करती हैं और इससे पहले दैनिक जागरण और दिव्य हिमाचल के साथ काम कर चुकी हैं।
आयोजन के दौरान, विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की कुछ महिलाओं को उनके असाधारण कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया जिसमें
ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत ग्रामीण परिवारों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मुख्य भूमिका निभाने के लिए विकास खण्ड मशोबरा की ग्राम पंचायत जनेढ़ घाट की सुनीता वर्मा, विकास खण्ड मशोबरा के गांव जाबल ग्राम पंचायत गुम्मा में जाबल स्वयं सहायता समूह की प्रधान सीमा, विकास खण्ड मशोबरा के गांव चरैन ग्राम पंचायत मांजु की जननी शक्ति स्वयं सहायता समूह की हैप्पी तथा उदय स्वयं सहायता समूह ग्राम पंचायत ढली की प्रधान भूमावती व मंगल करनी स्वयं सहायता समूह ग्राम पंचायत मैहली की सचिव मोनिका शामिल है।
पीआईबी शिमला के सहायक निदेशक सुखचैन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मीडिया से बातचीत में विभिन्न मीडियाकर्मियों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों को मीडिया ने खूब सराहा और सराहा।
इन योजनाओं के बारे में जानकारी के प्रसार से, अधिक महिलाएं इनसे लाभान्वित हो सकेंगी, जिससे देश के समग्र विकास में योगदान मिलेगा।
Average Rating