ऊना, 28 जुलाई – बेहतर आपदा प्रबंधन और प्रतिक्रिया हेतू युवा स्वयंसेवकों की टास्क फोर्स के निर्माण के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर डीआरडीए के सभागार में समपन्न हुआ।
प्रशिक्षण शिविर के समापन्न अवसर पर उपमंडलाधिकारी विशव मोहन देव चौहान द्वारा प्रतिभागियों को आपदा के दौरान होने वाले फील्ड के अनुभवों को साँझा किया गया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को आपदा के दौरान जरुरतमंदो की बढ़चढ़ कर सहायता के लिए आगे आने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने सभी को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे भी अवगत करवाया तथा युवाओं से आहवान किया कि नशे से दूर रहें। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को एसडीएम द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किये गए।
प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिवस पर गृह रक्षक विभाग से डिप्टी कमांडेंट धीरज शर्मा एवं उनकी टीम ने प्रतिभागियों को खोज एवं बचाव के तरीकों बारे अवगत करवाया।
कर्यक्रम का आरम्भ खंड विकास अधिकारी किशोरी लाल वर्मा की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर खंड विकास कार्यालय से एसईबीपीओ निशा भी उपस्थित रही। प्रशिक्षण शिविर में ग्राम पंचायत कुठार खुर्द, कुठार कलां, नंगड़ा, मलाहत, रामपुर से 72 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण शिविर के प्रथम दिन में प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक सुमन चाहल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना द्वारा प्रतिभागियों को आपदा एवं आपदा प्रबंधन के मूल विषयों, आपदा प्रबंधन में स्वयंसेवियों की भूमिका तथा ग्राम आपदा प्रबंधन योजना के बारे में जानकारी मुहैया करवाई गई। अग्निशमन विभाग से लीडिंग फायरमैन सुभाष चौहान ने आग एवं उससे बचाव के तरीके और अग्निशमन उपकरणों के प्रयोग बारे बताया गया।
प्रशिक्षण शिविर के द्वितीय दिन में प्राथमिक स्वास्थय केंद्र बसोली से डॉक्टर ललित कुमार एवं प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र देहलां से डॉक्टर सुनील सैनी ने आपदा के दौरान प्राथमिक उपचार, विशेष रूप से सीपीआर, सांप का काटना इत्यादि के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की।
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