मंडी, 18 अक्तूबर। जिला कल्याण समिति मंडी के अध्यक्ष एवं धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर ने जिले के सभी अधिकारियों से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हाशिये पर बैठे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए अपने क्षेत्र में विशेष कार्य योजना बनाएं। टारगेट तय करके काम करें।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 में मंडी जिले में गरीबों-वंचितों के कल्याण पर 1 अरब 13 करोड़ 48 लाख रुपये से अधिक खर्चे जाएंगे। ये पैसा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, वृद्धों और दिव्यांगों के आर्थिक और सामाजिक उत्थान पर व्यय किया जाएगा।
वे बुधवार को मंडी में जिला कल्याण समिति की प्रथम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार की स्पष्ट सोच है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाएं पहुंचें और वे उनसे लाभान्वित हों। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्गों की दिक्कतें दूर करना हमारा दायित्व है, इसके लिए मिलकर काम करना जरूरी है।
प्रत्येक आपदा प्रभावित तक पहुंचे सरकार की राहत
चंद्रशेखर ने कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हिमाचल सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज घोषित किया है, जिसमें मुआवजा राशि को कई गुना बढ़ाया गया है। उन्होंने सभी एसडीएम तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार के विशेष पैकेज के तहत राहत राशि प्रदान करने के मामलों का मूल्यांकन मानवतावादी दृष्टिकोण से करें तथा इसमें प्रक्रिया का पूरा अनुपालन करें। यह ध्यान रखें कि सरकार की राहत प्रत्येक आपदा प्रभावित तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों को व्यापक पैमाने पर राहत देने के लिए राहत राशि में बढ़ोतरी का एक बड़ा एवं जनहितैषी फैसला लिया है। राहत राशि के तौर पर पहले जहां पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान की एवज में 1.30 लाख रुपए मिलते थे, इसे बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया है। घर को आंशिक नुकसान होने पर मुआवजा राशि में बढ़ोतरी कर इसे एक लाख रुपए किया गया है।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 2776 नए मामले स्वीकृत
मंडी जिले में पहली अक्तूबर 2023 से 2776 नए मामले स्वीकृत कर लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में लाया गया है। इस प्रकार जिले में विभिन्न श्रेणियों में सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 1 लाख 31 हजार 153 हो गई है।
छात्रवृत्ति योजनाओं को लेकर मांगा विद्याथिर्यों का डाटा
चंद्रशेखर ने दिव्यांग छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति योजना के तहत आने वाले विद्यााथिर्यों का डाटा मांगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्कूलों में दिव्यांग छात्र-छात्राओं की संख्या तथा छात्रवृत्ति को लेकर ओवदन के मामलों के आंकड़े एक हफ्ते के भीतर जिला कल्याण विभाग को सौंपें। इसमें सरकारी के साथ साथ निजी स्कूलों का डाटा भी सम्मिलित हो।
कल्याणकारी योजनाओं का करें व्यापक प्रचार प्रसार
बच्चों के लाभ की योजनाएं बताने स्कूलों में जाएं अधिकारी
समिति अध्यक्ष ने विभागों से कमजोर तबकों के उत्थान को समर्पित कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने को कहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभ्च बनाएं कि लोगों को उनसे जुड़ी योजनाओं की जानकारी हो, ताकि वे लाभ लेने के लिए आगे आ सकें। इसमें पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लें। जागरूकता अभियानों में प्रधानों को शामिल करें। उनके लिए कार्यशालाएं लगाएं। इसके अलावा सोशल मीडिया समेत प्रचार प्रसार के सभी माध्यमों का उपयोग करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि फील्ड स्तर पर यह सुनिश्चित करें कि बाल विकास परियोजना अधिकारी और तहसील कल्याण अधिकारी एक साल में कम से कम एक-एक बार जिले के प्रत्येक स्कूल का दौरा करें। प्रार्थना सभाओं में छात्रवृत्ति योजनाओं की जानकारी दें।
चंद्रशेखर ने कहा कि जिले में वर्तमान वित्त वर्ष में अब तक अंतरजातीय विवाह पुरस्कार योजना के तहत 107 मामलों को स्वीकृति देते हुए 52 लाख रुपये के अनुदान का प्रावधान किया गया है। अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत 1459 मामले तथा दिव्यांग छात्रवृति योजना के अंतर्गत 186 स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत 189 मामले स्वीकृत किए गए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी ने समिति अध्यक्ष का स्वागत करते हुए उनके सभी निर्देशों को सही तरीके से लागू करने का भरोसा दिलाया।
बैठक में जिला कल्याण अधिकारी समीर मधुकर सहित अन्य अधिकारी व सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।
इसके उपरांत चंद्रशेखर ने आरोग्य जन कल्याण समिति द्वारा गुटकर में चलाए जा रहे वरिष्ठ नागरिक सुविधा केंद्र का दौरा किया । उन्होंने वहां रह रहे बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया तथा उनका कुशलक्षेम जाना।
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