ऊना, 27 अक्तूबर – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा लगभग 9 हजार करोड रुपए खर्च किए गए हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं सामूहिक प्रयासों से आत्मनिर्भर बनकर गर्व के साथ अपना जीवन यापन कर सके। सरकार के इन्हीं प्रयासों के तहत ग्रामीण महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूहों का गठन कर अपनी आय बढ़ाने के अनेक सार्थक प्रयास किया जा रहे हैं परिणाम स्वरूप एनआरएलएम ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए वरदान साबित हुआ है यह जानकारी केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्यक्रम तथा खेल विभाग मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने जिला मुख्यालय ऊना के जिला परिषद हॉल में आत्मनिर्भर नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम के तहत जिला के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 200 महिलाओं को संबोधित करते हुए दी।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि निकट भविष्य में स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार उत्पादों को ई-कॉमर्स के मंच पर उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से इन उत्पादों की बिक्री में इजाफा किया जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2025 के अंत तक स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं कि आय को दुगना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए अनेक सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि वह तैयार उत्पादों की उच्च गुणवत्ता व पैकेजिंग का विशेष ध्यान रखें ताकि उनके उत्पाद बाजार में उपलब्ध अन्य ब्रांड के उत्पादों का मुकाबला कर सकें। उन्होंने महिलाओं द्वारा मोटे अनाज के इस्तेमाल से तैयार मिष्ठान व अन्य उत्पादों की प्रशंसा कि तथा उन्हें बड़े स्तर पर संगठित होकर कार्य करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने अपने अनुभव सांझा किया तथा अपने कार्य क्षेत्रों में आ रही कठिनाइयों को सरकार के माध्यम से हल करने के बारे में अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
इस अवसर पर डीआरडीए ऊना की परियोजना अधिकारी शेफाली शर्मा तथा आत्मा प्रोजेक्ट परियोजना निदेशक वीरेंद्र कुमार बग्गा ने सरकार द्वारा उनके विभागों के माध्यम से चलाई जा रही योजनाओं बारे विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में जिला परिषद ऊना की अध्यक्ष नीलम कुमारी, अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर, एस डी एम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, खंड विकास अधिकारी ऊना केएल वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा जिला ऊना के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 200 महिलाएं उपस्थित रही।
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