हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ की बैठक संघ के अध्यक्ष डॉ राजेश राणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस बैठक में संघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य, सभी ज़िलों के प्रतिनिधियों एवं विभिन्न स्वास्थ्य खंडों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ की यह एक ऐतिहासिक एवं अब तक का सबसे लंबा संघर्ष है। संघ हिमाचल प्रदेश की सभी फैकल्टी एसोसिएशंस, हिमाचल की सभी रेजीडेंट एसोसिएशंस का आभारी है जो उन्होंने संघ की मांगों के प्रति एकजुट समर्थन प्रदान किया। आज देश भर की सभी मेडिकल एसोसिएशंस हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के साथ खड़ी है और संघ का मनोबल बढ़ा रही है। इस संदर्भ में ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज डॉक्टर्स एसोसिएशन, सर्विस डॉक्टर फोरम वेस्ट बंगाल, एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विसेज वेस्ट बंगाल, ऑल इंडिया सर्विस डॉक्टर्स फोरम, हरियाणा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और देश भर की विभिन्न डॉक्टर्स एसोसिएशंस हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के साथ कंधे से कंधा मिलर खड़ी हैं। हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ सभी संगठन का हार्दिक धन्यवाद प्रकट करता है जो उन्होंने संघ का मनोबल बढ़ाया है। संघ के के आंदोलन को दबाने के लिए अफसर शाही विभिन्न हथकंडे अपना रही है। यदि संघ के किसी भी सदस्य के विरुद्ध कोई भी कदम उठाया गया तो देश भर की सभी एसोसिएशंस एक साथ उतरने को तैयार हैं।
हमारा मुख्यमंत्री जी से विनम्र् निवेदन है कि हमारी माँगे जायज़ है इन्हें जन हित में शीघ्र पूरा किया जाए। संघ की माननीय मुख्यमंत्री महोदय से मांग है की अफसरशाही के बहकावे में ना आकर जनहित में स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों एवं सभी कर्मचारियों के पदों को सृजित करने के साथ साथ रिक्त पदों को शीघ्र भर कर प्रदेश की जनता को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं की प्राप्ति से वंचित न रखा जाए क्योंकि पिछले डेढ़ साल में एमबीबीएस चिकित्सकों की कोई भी नियुक्ति विभाग नही कर पाया है जोकि प्रदेश की जानता की स्वास्थ्य सेवाओं से सीधा सीधा खिलवाड़ है। संघ के सदस्य 53 दिनों से काले बिल्ले लगाकर कार्य कर रहे हैं और पेन डाउन का आज 20वां दिन है। संघ हमेशा से जन हित में समर्पित है और मीडिया एवं प्रदेश की जनता का संघ को साथ देने के लिए आभारी है।
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