निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने को व्यय निगरानी अत्यंत जरूरी: प्रतिभा चौधरी

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धर्मशाला, 09 मई। कांगड़ा-चंबा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की व्यय पर्यवेक्षक प्रतिभा   चौधरी   आईआरएस-2011 ने निष्पक्ष तथा स्वतंत्र चुनाव प्रक्रिया के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश व्यय निगरानी टीमों को दिए गए हैं। इस बाबत वीरवार को व्यय पर्यवेक्षक प्रतिभा   चौधरी   ने उपायुक्त कार्यालय सभागार में व्यय निगरानी टीमों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए व्यय निगरानी अत्यंत जरूरी है इस के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के आधार पर प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में व्यय निगरानी के लिए उड़नदस्ते तथा नाके भी लगाए जाएं ताकि निर्वाचन में किसी भी स्तर पर नगदी या अन्य तरह का प्रयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए नहीं हो सके।
    उन्होंने कहा कि बैंक प्रबंधन को भी प्रतिदिन की लेन-देन, आनलाइन मनी ट्रांसफर की निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही निर्वाचन डयूटी पर तैनात आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी शराब की बिक्री पर पूर्णतय चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। जीएसटी विभाग को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही नारकोटिक्स के नोडल अधिकारियों को भी नियमित तौर पर रिपोर्ट के लिए कहा गया है। 
   उन्होंने कहा कि रिटर्निंग आफिसर तथा एकांउटिंग टीम को भी व्यय निगरानी के लिए उपयुक्त जगह पर नाके इत्यादि लगवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों में पेड न्यूज इत्यादि की निगरानी के लिए मीडिया प्रमाणन समिति का गठन किया गया है।  
     उन्होंने कहा कि स्वतंत्र तथा निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने मोबाइल ऐप सी विजिल लांच किया है इस ऐप के जरिये आम जन आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकेगा। उन्होंने कहा कि सी विजिल ऐप से प्राप्त शिकायतों का सौ मिनट में निवारण भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक रैलियों की विडियोग्राफी भी सुनिश्चित की जाए ताकि व्यय का सही आकलन किया जा सके। एसपी शालिनी अग्निहोत्री तथा एसपी अशोक रत्न ने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर उडनदस्ते तथा स्थायी नाके स्थापित रहेंगे, इसमें पुलिस अधिकारी, एक वीडियोग्रॉफर और पुलिसकर्मी रहेंगे। यह दल अवैध रूप से नगदी, शराब अथवा अन्य कोई सामान जो कि मतदाताओं को प्रलोभन के लिए दिया जा सकता है, उसे स्व प्रेरणा से रोकने की कार्रवाई करेगा
इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने कहा कि प्रत्याशियों के व्यय की प्रत्येक दिन की आनलाइन रिपोर्टिंग समय पर सुनिश्चित की जाएगी। इस के लिए विभिन्न स्तरों पर निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों पर टीम गठित की गई हैं। इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल, एडीएम डा हरीश गज्जू सहित विभिन्न व्यय निगरानी दलों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
व्यय पर्यवेक्षक के मोबाइल पर व्यय संबंधी कर सकते हैं शिकायत
 व्यय पर्यवेक्षक प्रतिभा  चौधरी  ने कहा कि लोकसभा चुनाव तथा विस उपचुनाव के दौरान व्यय से संबंधित कोई भी शिकायत उनके मोबाईल नम्बर 8091687514 पर की जा सकती है। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में व्यय की सीमा चुनाव आयोग ने 95 लाख निर्धारित की है। इसी सीमा के अन्दर प्रत्याशी को प्रचार में खर्च करना होगा।  उन्होंने बताया कि नामांकन के उपरांत प्रत्याशी द्वारा प्रचार में खर्च की गई धनराशि को उनके चुनावी व्यय में जोड़ा जाएगा।

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