राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2024: कुल्लू में मनाया गया भव्य राज्य स्तरीय समारोह

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कुल्लू, 7 अगस्त 2024 – राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2024 को हर्षोल्लास के साथ मनाते हुए बुनकर सेवा केन्द्र, कुल्लू द्वारा एक भव्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन आई.टी.आई. शमशी के हाल में हुआ, जिसमें लगभग 200 बुनकरों ने भाग लिया। समारोह का मुख्य कार्यक्रम विज्ञान भवन, नई दिल्ली में भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह, और वस्त्र राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा ने देश के बुनकरों को संबोधित किया।

समारोह के दौरान वर्ष 2023 के लिए चयनित संत कबीर अवार्डी और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। कुल्लू की बुनकर श्रीमती लीलावंती जी को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया, और श्री रूपेश कुमार को व्यक्तिगत कार्यशाला निर्माण के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बुनकरों द्वारा देखा गया, जिनमें भुट्टीको, भुट्टी कालोनी, कुल्लू, सरोआ (तान्दी), और पनारसा नगवाई क्लस्टर, जिला मंडी शामिल थे।

कुल्लू में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री शशी पाल नेगी, सहायक आयुक्त, कुल्लू, पूर्व बागवानी मंत्री श्री सत्य प्रकाश ठाकुर, और आई.टी.आई. शमशी के प्रधानाचार्य श्री सुनील कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर बुनकर सेवा केन्द्र, कुल्लू के कार्यालय प्रमुख श्री विनय कुमार ने सभी अतिथियों और पुरस्कार विजेताओं का स्वागत किया और भारत सरकार द्वारा बुनकरों के हित में चल रही योजनाओं की जानकारी दी।

कार्यक्रम में हथकरघा क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए श्री पलजोर बोध, श्री आनंद दोरजे, श्री विश्वनाथ, और श्रीमती ज्वाला शर्मा को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं श्री गुलाब चंद, श्री गुलशन कुमार, और श्री सोहन सिंह को कुल्लवी टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया।

वर्ष 2023-24 में प्रशिक्षण प्राप्त बुनकरों को व्यक्तिगत कार्यशाला निर्माण हेतु राशि और हथकरघा संवर्धन सहायता योजना के तहत प्रमाण पत्र वितरित किए गए। एक बुनकर को कार्यशाला निर्माण के लिए 60,000 रुपये की पहली किश्त प्रदान की गई और 03 बुनकरों को द्वितीय किश्त दी गई। 07 बुनकरों को राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम लिमिटेड द्वारा यार्न पासबुक जारी की गई।

इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में हथकरघा पर डिजाइन, क्विज़, और कुल्लवी पट्टु ड्रेपिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वाले छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए।

पूर्व बागवानी मंत्री श्री सत्य प्रकाश ठाकुर ने अपने संबोधन में बुनकरों से आग्रह किया कि वे भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाएं और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुल्लू शॉल और भुट्टीको का उल्लेख करने के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की। श्री दोरजे आनंद, पूर्व महाप्रबंधक हिम बुनकर ने कहा कि कुल्लू शॉल जी आई टैग पंजीकृत है, लेकिन इसका पालन सही ढंग से नहीं हो रहा है।

मुख्य अतिथि श्री शशी पाल नेगी ने बुनकरों से भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का पूरा लाभ लेने का आग्रह किया और कहा कि कुल्लू के बुनकरों को अपने उत्पादों में विविधता लाकर बाजार की मांग को पूरा करना चाहिए।

इस भव्य समारोह ने बुनकर समुदाय की मेहनत और समर्पण को सराहा और उनकी उन्नति के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

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