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करसोग की केलोधार, शैंदल, मेहरन व कनेरी माहोग पंचायतों के स्वयंसेवकों ने प्राप्त किया प्रशिक्षण
आपदा जोखिम न्यूनीकरण व आपदा जोखिम से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के सौजन्य से करसोग में कार्यवाहक एसडीएम व तहसीलदार करसोग वरुण गुलाटी की अध्यक्षता में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न हो गई। प्रशिक्षण कार्यशाला में करसोग उपमंडल की ग्राम पंचायत केलोधार, शैंदल, मेहरन व कनेरी माहोग से आपदा प्रबंधन के लिए गठित टास्क फोर्स के लगभग 60 स्वयंसेवकों को आपदा से निपटने हेतू प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस अवसर पर एसडीएम ने कहा कि लोगों को जागरूक व प्रशिक्षित करके ही प्राकृतिक आपदा के प्रभावों को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कार्यशाला में स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन, भूकम्प, भूस्खलन व अन्य आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करने और घटना स्थल पर फंसे लोगों के जीवन को सुरक्षित बचाने के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
उन्होंने आपदा जोखिम न्यूनीकरण व आपदा जोखिम से निपटने के लिए गठित टास्क फोर्स के विभिन्न पंचायतों से भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए।
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यशाला के तीसरे और अंतिम दिन अग्निशमन विभाग से लीडिंग फायर मैन कांशीराम विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए गठित टास्क फोर्स के सभी प्रशिक्षुओं को आगजनी की घटना से निपटने व आग पर काबू पाने की विभिन्न विधियों के बारे में विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित प्रशिक्षुओं को आग बुझाने वाले उपकरणों जैसे कॉर्बनडाई ऑक्साइड एक्सटिंग्यूशर, फोम टाईप एक्सटिंग्यूशर, डीसीपी(ड्राई केमिकल पाउडर) एक्सटिंग्यूशर, और वाटर मिस्ट एक्सटिंग्यूशर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आग से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए विभिन्न तकनीकों और अग्निशमन यंत्रों के उपयोग के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि आगजनी की घटना होने पर घरेलू गैस व जंगल में लगने वाली आग पर अग्निशमन यंत्रों के उपयोग से समय रहते आग पर काबू पाकर जान माल के नुकसान को कम किया जा सकता है।
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