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ऊना, 23 दिसम्बर। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) ऊना महेंद्र पाल गुर्जर ने बैंकों को वार्षिक ऋण योजना के तहत निर्धारित लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने के निर्देश दिए ताकि लोगों की आर्थिक जरूरतों को पूर्ण किया जा सके। उन्होंने किसानों को लाभान्वित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को कृषि कार्ड वितरित, कृषि औजारों हेतु ऋण प्रदान करने तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित करने को भी कहा। यह बात एडीसी ने जिला स्तरीय बैंक सलाहकार एवं समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बैंकों की वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत की गई उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन प्राथमिक क्षेत्र में ऋण वितरण की कम उपलब्धि पर चिंता जताई। उन्होंने सभी बैंकों को जमा-ऋण अनुपात बढ़ाने और प्राथमिक क्षेत्र में ऋण वितरण में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों और नीतियों का पालन करते हुए बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अधिक से अधिक लोगों को ऋण योजनाओं का लाभ मिले, जिससे आमजन और उद्यमियों को लाभ पहुंच सके। उन्होने सभी बैंको को निर्देश दिए कि सरकार प्रायोजित योजनाओं के तहत ऋण आवेदनों को समय पर मंजूरी दें। इसके अलावा बैंकिंग प्रणाली में ग्राहकों के साथ आए दिन हो रही धोखाधड़ी के लिए उचित कदम उठाने तथा अधिक से अधिक ग्राहकों को जागरूक करने एव सतर्कता बरतने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर भी जोर दिया।
एडीसी ने दूसरी तिमाही में बैंकों द्वारा लक्ष्यों के बदले उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए बताया कि जिला के बैंकों ने सितम्बर 2024 तक 2398.70 करोड़ के ऋणों के वार्षिक लक्ष्य के बदले में 1603.47 करोड़ के ऋण वितरित किए। बैंकों की जमा राशि 14397.57 करोड़ हो गयी है, इसमें 11.82 प्रतिशत वार्षिक दर से वृद्धि हुई है जबकि ऋण 11.16 प्रतिशत की दर से बढ़ कर 4396.40 करोड़ हो गया है। जिला का ऋण जमा अनुपात वर्ष में 30.54 प्रतिशत हो गया है। जिला का ऋण जमा अनुपात राष्ट्रीय लक्ष्य 60 प्रतिशत की अपेक्षा कम है। उन्होंने बैंकों का ऋण जमा अनुपात सुधारने के लिए बैंकों और सरकारी विभागों को भरसक प्रयत्न करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बैंकों ने 30 सितम्बर 2024 तक किसानों को 69,315 कृषि कार्ड वितरित किए हैं तथा सितम्बर तिमाही में बैंकों ने 940 कृषि कार्ड बांटे हैं। बैंकों का कृषि ऋण 829.98 करोड़ है जो कि कुल ऋणों का 19.13 प्रतिशत हैं। उन्होंने बैंकों को जनता के जीवन स्तर को सुधारने के लिए हर संभव मदद करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक लहरी मल, जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी, भारतीय रिजर्व बैंक के जिला अग्रणी अधिकारी राहुल जोशी, आरसेटी निर्देशक पारुल विरदी, पशुपालन विभाग से डॉ दिनेश भरद्वाज, उपनिदेशक बागवानी, किशोरी लाल वर्मा सहित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयकों तथा सरकारी/गैरसरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बैंकों की वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत की गई उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन प्राथमिक क्षेत्र में ऋण वितरण की कम उपलब्धि पर चिंता जताई। उन्होंने सभी बैंकों को जमा-ऋण अनुपात बढ़ाने और प्राथमिक क्षेत्र में ऋण वितरण में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों और नीतियों का पालन करते हुए बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अधिक से अधिक लोगों को ऋण योजनाओं का लाभ मिले, जिससे आमजन और उद्यमियों को लाभ पहुंच सके। उन्होने सभी बैंको को निर्देश दिए कि सरकार प्रायोजित योजनाओं के तहत ऋण आवेदनों को समय पर मंजूरी दें। इसके अलावा बैंकिंग प्रणाली में ग्राहकों के साथ आए दिन हो रही धोखाधड़ी के लिए उचित कदम उठाने तथा अधिक से अधिक ग्राहकों को जागरूक करने एव सतर्कता बरतने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर भी जोर दिया।
एडीसी ने दूसरी तिमाही में बैंकों द्वारा लक्ष्यों के बदले उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए बताया कि जिला के बैंकों ने सितम्बर 2024 तक 2398.70 करोड़ के ऋणों के वार्षिक लक्ष्य के बदले में 1603.47 करोड़ के ऋण वितरित किए। बैंकों की जमा राशि 14397.57 करोड़ हो गयी है, इसमें 11.82 प्रतिशत वार्षिक दर से वृद्धि हुई है जबकि ऋण 11.16 प्रतिशत की दर से बढ़ कर 4396.40 करोड़ हो गया है। जिला का ऋण जमा अनुपात वर्ष में 30.54 प्रतिशत हो गया है। जिला का ऋण जमा अनुपात राष्ट्रीय लक्ष्य 60 प्रतिशत की अपेक्षा कम है। उन्होंने बैंकों का ऋण जमा अनुपात सुधारने के लिए बैंकों और सरकारी विभागों को भरसक प्रयत्न करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बैंकों ने 30 सितम्बर 2024 तक किसानों को 69,315 कृषि कार्ड वितरित किए हैं तथा सितम्बर तिमाही में बैंकों ने 940 कृषि कार्ड बांटे हैं। बैंकों का कृषि ऋण 829.98 करोड़ है जो कि कुल ऋणों का 19.13 प्रतिशत हैं। उन्होंने बैंकों को जनता के जीवन स्तर को सुधारने के लिए हर संभव मदद करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक लहरी मल, जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी, भारतीय रिजर्व बैंक के जिला अग्रणी अधिकारी राहुल जोशी, आरसेटी निर्देशक पारुल विरदी, पशुपालन विभाग से डॉ दिनेश भरद्वाज, उपनिदेशक बागवानी, किशोरी लाल वर्मा सहित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयकों तथा सरकारी/गैरसरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
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