ऊना, 3 जनवरी। कृषि विज्ञान केन्द्र ऊना द्वारा बकरी पालन पर चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में जिला के 20 पशुपालकों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण को आयोजित करने में पशु पालन विभाग का विशेष योगदान रहा। प्रशिक्षण शिविरों के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र की समन्वयक डॉ योगिता शर्मा ने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए एनआरएलएम परियोजना के अंतर्गत 25 से 33 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान, महिलाएं एवं युवा बकरी पालन को एक उद्ययम के रूप में अपनाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकें।
प्रशिक्षण शिविर के प्रथम सत्र में पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा विनय शर्मा ने विभाग के माध्यम से संचालित की जा रही बकरी पालन संबधी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को प्रोत्साहित किया एवं विभाग की स्कीमों का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जिला में स्थापित बकरी इकाइयों की सफलता के बारे में भी प्रशिक्षणार्थीयों को अवगत करवाया।
केन्द्र के पशु पालन विशेषज्ञ डॉ दीपाली कपूर ने बताया कि शिविर में बकरी पालन के सभी पहलुओं पर जानकारी दी। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले पशु पालकों को बकरी पोषण पर विशेष महत्व देते हुए संतुलित फीड, हरा चारा उत्पादन, अजोला उगाने की तकनीक, सूखे चारों के पोषक तत्वों की बढ़ोतरी आदि पर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रधिका ने जिला ऊना के लिए उपयुक्त बकरियों की नस्लों तथा प्रजनन प्रबंधन तथा डॉ अंकुश ने बकरियों के प्रमुख रोगों व उनसे बचाव पर जानकरी दी। इसके अलावा प्रशिक्षणार्थियों को कठोह स्थित अजय जसवाल के बकरी फार्म का भ्रमण गया जहां बकरी पालन पर डॉ अभिनव राणा दवारा व्यावहारिक जानकारी दी गई।
ऊना ब्लाक के प्रतिभागी तथा व्यवसायिक बकरी पालन करने वाले संजीव, पवन तथा बांगाणा से राजकुमार ने कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर से उन्हें न केवल तकनीकी जानकारी मिली अपितु बकरी पालन उठाए जाने वाले उचित कदमों बारे भी जानकारी मिली।
प्रशिक्षण के समापन समारोह में उप निदेशक पशु पालन विभाग डॉ विनय शर्मा ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र दिए तथा कृषि विज्ञान केन्द्र ऊना द्वारा बकरी पालन पर प्रकाशित पुस्तिका की एक प्रति भी दी।
Read Time:3 Minute, 32 Second
Average Rating