लारजी बांध में जल्द शुरू होंगी जल क्रीड़ा गतिविधियां, पर्यटकों के लिए नए आकर्षण का केंद्र बनेगा

जिलाधीश एवं चेयरमैन तोरूल एस रवीश की अध्यक्षता में द कुल्लू डिस्ट्रिक्ट वाटर स्पोर्ट्स एंड एलाइड एक्टिविटीज सोसाइटी, लारजी की बैठक बुधवार को सम्पन्न हुई।

उपायुक्त ने बताया कि कुल्लू जिला के लारजी बांध में जल क्रीड़ा  की गतिविधि शुरू होने वाली है। यहां वाटर स्कूटर, छोटी नाव, और स्टीमर की सवारी की जा सकेगी जिसके लिए पर्यटन विभाग को आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि लारजी झील में जल क्रीड़ा को बढ़ावा मिलने से यह ज़िले का एक महत्त्वपूर्ण स्थान बन जायेगा तथा लारजी बांध क्षेत्र में जल क्रीड़ा गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि लारजी डैम को पर्यटन की दृष्टि से जलक्रीडा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
यहां वाटर स्पोर्ट्स का मजा लेकर पर्यटक बंजार के जीभी, तीर्थन घाटी, जलोड़ी जोत, सरयोलसर झील तथा सैंज के देहूरी, शांघड, आदि का रुख कर मनमोहक नजारों को निहार सकेंगे।
प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने के लिए सरकार अनेक कदम उठा रही है। शिमला जिला के तत्तापानी में जलक्रीडा केंद्र शुरू होने के बाद कुल्लू के लारजी डैम में भी पर्यटक वाटर स्कूटर, छोटी वोट व स्टीमर की सवारी कर सकेंगे।
लारजी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और कैफेटेरिया बिल्डिंग को निविदा के आधार पर तीन साल के लिये लीज पर दिये जाने का विचार किया गया। जिसके लिये निर्धारित मापदंड रखने वाले ऑपरेटर से जल क्रीड़ा के संचालन का काम को सुचारू एवं पेशेवर रूप से चलाने के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि लारजी झील में जल क्रीड़ा गतिविधियों और कैफेटेरिया के लिए दो बार निविदाएं आमंत्रित की गई थीं, लेकिन कोई बोलीदाता आगे नहीं आए अब इस दोनों कार्यों के लिए अलग अलग निविदाएं ली जाएंगी।
बैठक की कार्यवाही का संचालन सदस्य सचिव एवं जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनयना शर्मा ने किया।
बैठक में  निदेशक पर्वतारोहण संस्थान मनाली अविनाश नेगी, सहायक आयुक्त वित्त , सहित सोसाइटी के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।

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