इन 2 कंपनियों उड़ाई देसी कार निर्माताओं की नींद, भारत में मिलकर उतारेंगी गाड़ियां, मारुति की मुसीबत बढ़ी।
निसान के वैश्विक मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) और अलायंस बोर्ड के सदस्य अश्विनी गुप्ता ने यहां कहा कि नए दौर के निवेश के साथ दोनों कंपनियां छह नए मॉडल उतारेंगी.
इनमें दो इलेक्ट्रिक मॉडल होंगे.
अभी दोनों कंपनियां यहां से 45 किलोमीटर दूर ओरागदम के चेन्नई कारखाने में चार मॉडलों का उत्पादन करती हैं. गुप्ता ने कहा कि रेनो-निसान का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट 2025 तक कॉर्बन उस्तर्जन मुक्त हो जाएगा. यहां सिर्फ रिन्यूएल एनर्जी का इस्तेमाल होगा.
फ्रांसीसी वाहन कंपनी रेनो ने कहा कि उसने भारत में अपने सभी वाहनों को प्रदूषण उत्सर्जन के आगामी सख्त मानकों के अनुरूप उन्नत कर दिया है. रेनो इंडिया ने हाल ही में अपने सभी मॉडल बीएस-6 (भारत चरण-6) उत्सर्जन मानकों के दूसरे चरण के हिसाब से अपडेट कर दिए गए हैं. प्रदूषण मानकों का दूसरा चरण एक अप्रैल, 2023 से लागू होने वाला है.
दूसरे चरण के बीएस-6 मानकों के तहत वाहनों में वास्तविक समय में उत्सर्जन स्तर को दिखाना जरूरी होगा. इसके लिए वाहनों में कैटेलिटिक कन्वर्टर और ऑक्सीजन सेंसर लगाने होंगे.
इसके अलावा रेनो ने क्विड, काइगर और ट्राइबर मॉडलों में कुछ नए सेफ्टी फीचर्स भी अपडेट किए हैं. अब कंपनी के सभी मॉडल इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), हिल स्टार्ट असिस्ट (एचएसए), ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (टीसीएस) और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) से लैस होंगे.
इधर, निसान मोटर इंडिया की बिक्री भी लगातर बढ़ रही है. बीते साल दिसंबर में कंपनी की थोक बिक्री में कुल 28 प्रतिशत का उछाल आया है. इस दौरान कंपनी ने कुल 8,991 कार बेची हैं.
हालांकि, निसान की घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 32.89 घटकर 2,020 इकाई पर आ गई. इससे एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 3,010 वाहनों की बिक्री की थी. कंपनी ने कहा,”आपूर्ति के लिहाज से वर्ष चुनौतीपूर्ण रहा है. हालांकि, त्योहारी सीजन में ग्राहकों की अच्छी मांग देखने को मिली.”
By News18
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