GST Collection: जीएसटी ने तोड़े रिकॉर्ड, जमकर भरा सरकार का खजाना, अप्रैल में 1.87 लाख करोड़ रुपये से अधिक, जानें मार्च का हाल

Read Time:4 Minute, 11 Second

वित्त मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो अब तक का सर्वाधिक मासिक संग्रह है। अप्रैल 2023 के लिए जीएसटी राजस्व साल-दर-साल जीएसटी राजस्व से 12% अधिक है।

 

सीजीएसटी 38,440 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 47,412 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 89,158 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 34,972 करोड़ रुपये सहित) और उपकर है। ₹12,025 करोड़ (माल के आयात पर एकत्रित ₹901 करोड़ सहित) है। सरकार ने आईजीएसटी से सीजीएसटी में 45,864 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 37,959 करोड़ रुपये का निपटान किया है।

जुलाई, 2017 में जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद से सर्वाधिक कर संग्रह का पिछला रिकॉर्ड 1.68 लाख करोड़ रुपये था जो पिछले साल अप्रैल में बना था। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को अप्रैल, 2023 के कर संग्रह आंकड़े जारी करते हुए कहा कि पिछले महीने सकल जीएसटी संग्रह 1,87,035 करोड़ रुपये रहा।

इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 38,440 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) 47,412 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 89,158 करोड़ रुपये के अलावा 12,025 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है। मंत्रालय ने कहा, ”एक साल पहले के समान महीने की तुलना में अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह 12 प्रतिशत अधिक रहा है।”

इस दौरान घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात समेत) से मिलने वाला कर राजस्व साल भर पहले की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में जीएसटी का कुल संग्रह 18.10 लाख करोड़ रुपये रहा था, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है।

पहली बार सकल जीएसटी संग्रह ₹1.75 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है। मार्च में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गया था, जो अब तक का दूसरा सर्वाधिक कर संग्रह था। पिछले महीने जीएसटी में पंजीकृत 91 प्रतिशत से अधिक कारोबारों ने रिटर्न जमा करने के साथ कर भुगतान किया था।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मार्च, 2023 में कुल जीएसटी संग्रह 1,60,122 करोड़ रुपये रहा था। इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 29,546 करोड़ रुपये है जबकि राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 37,314 करोड़ रुपये है। वहीं एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) के मद में 82,907 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए हैं।

इसके साथ 10,355 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है। इसके पहले फरवरी में जीएसटी संग्रह 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था जबकि जनवरी में 1.57 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था। जीएसटी का सर्वाधिक संग्रह अप्रैल, 2022 में 1.68 लाख करोड़ रुपये का रहा था।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जीएसटी का कुल संग्रह 18.10 लाख करोड़ रुपये रहा है जो वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। समाप्त वित्त वर्ष में जीएसटी का औसत मासिक संग्रह 1.51 लाख करोड़ रुपये रहा है। इस वित्त वर्ष में चार बार मासिक कर संग्रह 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post Weight Loss: वजन घटाने के लिए छोड़ दिए हैं पराठे, इस तरह से पकाकर खाएंगे तो नहीं बढ़ेगा मोटापा
Next post ब्रिटेन में खालिस्तानी चरमपंथियों की टूटी कमर, आह्वान पर भी विरोध प्रदर्शन करने नहीं पहुंचे सिख समुदाय के लोग
error: Content is protected !!