हिमाचल में माईनस में पारा, जनजातीय इलाकों में प्राकृतिक जलस्त्रोत जमे

हिमाचल में माईनस में पारा, जनजातीय इलाकों में प्राकृतिक जलस्त्रोत जमे।हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)में पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जनजातीय इलाकों में तो रात का पारा शून्य से काफी नीचे चला गया है. लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चम्बा जिला के पांगी में प्राकृतिक जलस्रोतों व झरनों का पानी जमना शुरू हो गया है.

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Shimla) से प्राप्त जानकारी के अनुसार लाहौल स्पीति जिला के मुख्यालय केलांग में मंगलवार (Tuesday) की रात न्यूनतम तापमान -6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा. इसी तरह कुकुमसेरी में -6.5 डिग्री और किन्नौर जिला के कल्पा में -0.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है. राज्य के अन्य प्रमुख शहरों की बात करें, तो शिमला (Shimla) में न्यूनतम तापमान 5.7, सुंदरनगर में 4.9, भुंतर में 4.1, धर्मशाला (Dharamshala)में 8.4, ऊना में 9.6, पालमपुर में 7, सोलन में 5.4, मनाली में 2, कांगड़ा में 9.5, मंडी में 6.7, हमीरपुर में 8.6, चम्बा में 6, डल्हौजी में 6.8, जुब्बड़हट्टी में 9.2, कुफरी में 3.8, नारकंडा में 2.6 और कोटखाई में 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.

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राहत की बात यह है कि राज्य के अधिकांश भागों में बुधवार (Wednesday) को धूप खिलने से मौसम सुहावना बना हुआ है. बीते 24 घण्टों के दौरान राज्य के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्का हिमपात हुआ है.

मौसम विभाग ने आगामी 19 नवम्बर तक राज्य भर में बारिश व बर्फबारी की संभावना से इंकार किया है.

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