प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से गोवा सरकार के रोजगार मेले को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने धनतेरस के अवसर पर केन्द्रीय स्तर पर रोजगार मेले की अवधारणा की शुरुआत की थी। यह केन्द्र सरकार के स्तर पर 10 लाख नौकरियां देने के अभियान की शुरुआत थी। तब से, प्रधानमंत्री ने गुजरात, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र सरकारों के रोज़गार मेलों को संबोधित किया है और नए भर्ती किए गए लोगों को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए एक दिन पहले विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नए नियुक्तियों के लिए ऑनलाइन ओरिएंटेशन पाठ्यक्रमों के लिए एक ‘कर्मयोगी प्रारंभ’ मॉड्यूल का शुभारंभ भी किया है।
सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई दी और टिप्पणी की कि यह रोजगार सृजन की दिशा में गोवा सरकार का एक अहम कदम है। प्रधानमंत्री ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में गोवा पुलिस और अन्य विभागों में और भर्ती अभियान चलाए जायेंगे। उन्होंने कहा, “इससे गोवा पुलिस बल को और मजबूती मिलेगी तथा इसके परिणामस्वरूप नागरिकों और पर्यटकों के लिए सुरक्षा प्रणाली और सुदृढ़ होगी।”
श्री मोदी ने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों से देश के विभिन्न राज्यों में लगातार रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं, जबकि केन्द्र सरकार भी हजारों युवाओं को रोजगार दे रही है।” प्रधानमंत्री ने युवाओं के सशक्तिकरण के लिए अपने स्तर पर इस तरह के रोजगार मेले आयोजित करने की दिशा में डबल इंजन की सरकारों द्वारा शासित राज्यों के प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि पिछले आठ वर्षों में केन्द्र सरकार ने गोवा के विकास में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया है। लगभग 3000 करोड़ रुपये की लागत से मोपा में बने हवाई अड्डे के जल्द ही लोकार्पण किए जाने पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में चल रही कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे की विभिन्न परियोजनाओं की तरह ही इस हवाई अड्डे का निर्माण कार्य गोवा के हजारों लोगों के लिए रोजगार का एक प्रमुख स्रोत बन गया है। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की, “स्वयंपूर्ण गोवा’ का विजन राज्य में बुनियादी सुविधाओं में बेहतर बनाने के साथ – साथ बुनियादी ढांचे को भी बेहतर बनाना है।” गोवा पर्यटन मास्टर प्लान एवं नीति का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने गोवा के विकास का एक नया खाका तैयार किया है, जिसने पर्यटन क्षेत्र में निवेश की नई संभावनाएं खोली है और जिससे बड़ी संख्या में रोजगार को बढ़ावा मिला है। पारंपरिक खेती में रोजगार बढ़ाने हेतु गोवा के ग्रामीण क्षेत्रों को आर्थिक मजबूती देने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि धान, फल प्रसंस्करण, नारियल, जूट और मसालों का उत्पादन करने वाले किसानों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने रेखांकित किया कि इन प्रयासों से गोवा में रोजगार और स्वरोजगार के कई नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
नवनियुक्त लोगों से गोवा के विकास के साथ-साथ देश के विकास के लिए काम करने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की, “आपके जीवन के सबसे अहम 25 वर्ष अब शुरू होने जा रहे हैं।” प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के अपने विजन पर प्रकाश डालते हुए और 2047 के नए भारत के लक्ष्य को सामने रखते हुए अपने संबोधन का समापन किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “आपके सामने गोवा के विकास के साथ ही 2047 के नए भारत का भी लक्ष्य है। मुझे विश्वास है कि आप सभी पूरी निष्ठा और तत्परता के साथ अपने कर्तव्य पथ का अनुसरण करते रहेंगे।”
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