जिला स्तरीय खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट की गवर्निंग काउंसिल की बैठक आज उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने विभिन्न विभागों को जिले में खनन प्रभावित क्षेत्रों में प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत विकास योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए वर्ष 2016 में जिला स्तरीय खनन फाऊंडेशन ट्रस्ट का गठन किया गया था।
इस ट्रस्ट के गठन का मुख्य उद्देश्य जिले के खनन प्रभावित क्षेत्रों व ब्यक्तियों के हितों का संरक्षण व उन्हें लाभान्वित करने के लिए कार्य करना है।
उन्होंने कहा कि जिले में खनन प्रभावित 12 पंचायते /क्षेत्र हैं, जिनमें ग्राम पंचायत हुरला,नरेश, लारजी, बेहना, डेहरा,परली, बरशेणी,पलचान,देवगढ़ गोही,व गोपालपुर, शलवाड, एचपीपीसीएल लारजी तथा थरास हैं।
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में खनिज पर प्रति टन 10 रुपये रॉयल्टी के रूप में ट्रस्ट में दिया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के पास अब तक 93 लाख 38 हज़ार की जमा हुई है।
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत कुल राशि का 80 प्रतिशत खर्च किया जा सकता है। जिसमें से 60 प्रतिशत राशि उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में जैसे कि पेयजल आपूर्ति पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण के उपायों स्वास्थ्य शिक्षा महिला एवं बाल कल्याण, वृद्ध एवं विकलांग कल्याण, स्वच्छता, पर ख़र्च की जाएगी तथा 40 प्रतिशत राशि अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर खर्च की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रभावित पंचायतों के प्रस्ताव के अनुसार यह राशि विभिन्न कार्यों पर ख़र्च की जाएगी।
जिसमें ज्ञान केन्द्र के लिए कम्प्यूटर, आंगनवाड़ी केन्द्र में फर्नीचर, खिलोने, सोलर लाइट, वाटर प्यूरीफायर, किचन निर्माण, इत्यादि कार्यों पर खर्च की जाएगी।
बैठक की कार्यवाही का संचालन खनन अधिकारी सुरेश कुमार ने किया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पंवार, एसीएफ हेमराज भारद्वाज, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र प्यारेलाल झोलटा, परियोजना अधिकारी हिमउर्जा देवेंदर ठाकुर, उपस्थित थे।
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