पोषण युक्त मोटे अनाज की खेती से जुड़ेंगी किसान महिलाएं: एडीसी

मंडी, 01 मई। राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। मंडी जिला में छह हजार के करीब महिला किसानों की पहचान की गई है जिन्हें पोषणयुक्त मोटे अनाज की खेती के साथ जोड़ा जाएगा ताकि महिला किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी ने सोमवार को डीआरडीए के सभागार में राष्ट्रीय अजीविका मिशन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि मंडी जिला की जलवायु के अनुकूल पोषक अनाजों के प्रति महिला किसानों को जागरूक किया गया है ताकि पोषक अनाजों के संवर्धन की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। इसके साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत एग्री न्यूट्री गार्डन विकसित करने के लिए भी कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इस के लिए स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।
स्वयं सहायता समूहों को वीकली मार्केट के लिए चिह्न्ति करें जगह:
  एडीसी निवेदिता नेगी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को उत्पादों के बेहतर विपणन के लिए ब्लाक स्तर पर वीकली मार्केट लगाने के लिए जगह चिह्न्ति की जाए ताकि स्वयं सहायता समूह मार्केट के माध्यम से अपने उत्पादों का विक्रय सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि न्यू ईरा के तहत भी ब्लाक स्तर पर स्वयं सहायता समूहों को उत्पाद विक्रय करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है जिसमें बाली चैकी ब्लाक में हिमईरा की एक, चैंतड़ा में एक, धर्मपुर, द्रंग, गोहर, गोपालपुर, करसोग, सुंुदरनगर में हिम ईरा की एक-एक दुकान तथा मंडी सदर ब्लाक में नौ तथा सिराज में दो हिम ईरा शाॅप के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को उत्पादों के विक्रय की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके साथ ही उत्पादों की बेहतर प्रोसेसिंग और पैकिंग के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वयं सहायता समूहों को स्टार्ट अप के साथ भी जोड़ा जा रहा है ताकि स्वयं सहायता समूह बड़े पैमाने पर उत्पाद तैयार कर सकें।

जल शक्ति अभियान के तहत कैच द रेन पर भी चर्चा:
जल शक्ति अभियान के तहत कैच द रेन कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जिला स्तर पर प्लान तैयार किया जाएगा इस के लिए जल शक्ति, ग्रामीण विकास विभाग, मृदा संरक्षण, वन विभाग आपसी समन्वय के साथ डाटा बेस उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार जल शक्ति केंद्र का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि लोगों को जल संरक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को लेकर ग्राम सभाओं के माध्यम से लोगों को शपथ भी दिलाई जाएगी इस के लिए सभी विकास खंड अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।

अमृत सरोवर बनाने के दिए निर्देश:
एडीसी निवेदिता नेगी ने विकास खंड अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में अमृत सरोवर निर्मित करने के लिए भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीसी निवेदिता नेगी ने कहा कि मंडी जिला में अमृत सरोवर के लिए 230 के करीब साइट्स चिह्न्ति की गई हैं जिसमें से 89 अमृत सरोवरों का कार्य पूर्ण हो चुका है जबकि 99 अमृत सरोवरों का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में ग्रामीण स्तर पर अमृत सरोवर विकसित करने पर विशेष फोक्स किया जा रहा है।

इससे पहले उपनिदेशक डीआरडीए सोनू गोयल ने ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से चलाई जा रही राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि राजेश डोगरा सभी विकास खंडों के अधिकारी तथा वन विभाग, जल शक्ति विभाग तथा ग्रामीण विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post नगरोटा बगवां इंजीनियरिंग कॉलेज में तकनीकी शिक्षा पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय अधिवेशन का आगाज
Next post जिले में बंटेंगे 4350 करोड़ के ऋण: अरिंदम चौधरी