हरकी पैडी पहुंचे पहलवान, गंगा में मेडल विसर्जित करने से राकेश टिकैट ने रोका । यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कुश्ती संघ और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग और केन्द्र सरकार की पहलवानों से बातचीत की पहल नहीं करने से नाराज पहलवान शाम ठीक छह बजे हरकी पैडी पहुंचे।
यहां साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित कई खिलाड़ी पहुंचे हैं। बड़ी तादाद में उनके समर्थक भी पहुंचे हैं। सरकार से नाराज खिलाड़ियों ने हरकी पैडी पर अपने मेडल्स को गंगा में विसर्जित करने का एलान किया था।
फिलहाल हरकी पैडी के ब्रहृमकुंड से करीब 100 मीटर पहले अस्थिघाट के करीब पहलवान बैठे हैं। वे किसी से बातचीत नहीं कर रहे हैं। मुंह पर मास्क लगाए हुए हैं। पहलवान अपना सिर नीचे करके और मेडल हाथ में लिए हरकी पैडी के ब्रहृमकुंड से कुछ दूरी पर बैठ गए हैं और बेहद भावुक नजर आ रहे हैं। फिलहाल गंगा दहशरा की वजह से हरकी पैडी पर लाखों की भीड़ है। पुलिस की बड़ी फौज भी तैनात है। अब पहलवानों से किसी प्रशासनिक और पुलिस के आला अधिकारियों की वार्ता होती है या फिर पहलवान अपना मेडल गंगा में प्रवाहित करते हैं, ये सब जानने के लिए अभी इंतजार करना होगा।
वहीं, दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कई खिलाड़ी सहित अन्य लोग खिलाड़ियों से गंगा में मेडल विसर्जित नहीं करने की अपील लगातार कर रहे हैं। अब इस बीच हरकी पैडी पर जबरदस्त गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। वहीं, जंतर—मंतर नई दिल्ली से निकले पहलवानों ने पहले ही एलान कर दिया था कि हरकी पैडी पर मेडल विसर्जित करने के बाद वे इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे।
दूसरी तरफ श्री गंगा सभा ने कहा है कि यहां राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने पहलवानों के मेडल को गंगा में विसर्जित करने का विरोध किया है। उनका कहना है कि गंगा में मेडल विसर्जित करने के बहाने ब्रहृमकुंड को किसी भी रूप में राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि स्नान, दान और पुण्य के लिए हरकी पैडी को जाना जाता है। उन्होंने कहा है कि सभी इसकी मान मर्यादा को बनाए रखें। किसी भी राजनीतिक उद्देश्य को लेकर ब्रहृमकुंड को आंदोलन का हिस्सा नहीं बनने देंगे। सनातन की रक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेडल है कोई अस्थियां नहीं। मेडल को अस्थि विसर्जन करने की जगह दान दे सकते हैं। अस्थि विसर्जन के भाव से मेडल स्वीकार नहीं होगा। खेल की अस्थियां नहीं होती हैं। खेल अजर अमर है। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि खिलाड़ी श्री गंगा सभा से बातचीत करने आते हैं तो वे जरूर अनुरोध करेंगे कि वे गंगा आरती और पूजन में शामिल हों, उनका सभी स्वागत करेंगे। उनके आंदोलन के लिए भी प्रार्थना करेंगे। हरकी पैडी के ब्रहृमकुंड पर केवल धार्मिक आयोजन ही होगा। हरिद्वार में कांग्रेसियों का पहुंचना भी शुरू हो गया है। जैसे ही ये खबर आई कि खिलाड़ी हरकी पैडी पर पहुंच गए हैं। स्थानीय कांग्रेसियों का हरकी पैडी की ओर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। इस दौरान नरेश टिकैत सहित खाप पंचायतों का हरिद्वार कूच की भी शुरुआत हो चुकी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के प्रधान चौधरी नरेश टिकैत सहित अन्य खापों के प्रधान पहलवानों से मिलने के लिए हरिद्वार के लिए कुछ घंटे पहले निकल चुके हैं।
अपने सोशल मीडिया के जरिए सभी ने पहलवानों से मेडल नहीं विसर्जित करने की अपील की है। वहीं, खाप पंचायत के प्रधान चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी भी हरिद्वार के लिए काफी देर पहले निकल चुके हैं। जाहिर है हरकी पैडी पर इसी तरह से खाप पंचायत प्रमुख सहित लोगों का आने का सिलसिला शुरू हुआ तो निश्चित तौर पर हरिद्वार प्रशासन और पुलिस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
By नवोदय टाइम्स
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