खंड स्तरीय समिति की बैठक में एसडीएम संजय स्वरूप ने की योजना की समीक्षा
भोरंज 27 अक्तूबर। बेसहारा बच्चों के कल्याण एवं उत्थान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की खंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक शुक्रवार को यहां एसडीएम संजय स्वरूप की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस अवसर पर एसडीएम ने कहा कि अपने मां-बाप खो चुके बच्चों एवं युवाओं के लिए यह योजना एक वरदान साबित होगी। क्योंकि, प्रदेश सरकार ने इस योजना में केवल बेसहारा बच्चों का पालन-पोषण ही सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है, बल्कि ऐसे बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 4-4 हजार रुपये की राशि, उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए आर्थिक मदद, विवाह के लिए दो लाख रुपये का अनुदान, मकान निर्माण के लिए 3 बिस्वा जमीन एवं 3 लाख रुपये की सहायता राशि का प्रावधान भी किया है। इससे ये बच्चे भी सम्मानजनक जीवन-यापन कर सकते हैं।
एसडीएम ने बताया कि भोरंज खंड में 18 वर्ष तक की आयु वर्ग के 16 बच्चे हैं, जिन्हें बाल बालिका सुरक्षा योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। जबकि, 18 से 27 वर्ष के आयु वर्ग में 33 पात्र युवाओं को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत प्रति माह 4-4 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की अनुशंसा की गई है तथा इनका डाटा जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय को भेज दिया गया है। एसडीएम ने महिला एवं बाल विकास विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए, ताकि सभी पात्र बच्चों तक इसका लाभ पहुंच सके।
बैठक में खंड स्तरीय समिति के सचिव एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी जीत राम चौधरी ने योजना के तहत प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाओं से अवगत करवाया तथा इसके क्रियान्वयन के लिए भोरंज खंड में उठाए जा रहे विभिन्न कदमों की जानकारी दी।
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