ऊना, 31 दिसम्बर – उपायुक्त राघव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में ज़िला प्रशासन ऊना द्वारा राज्य सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार प्रदेश सरकार की प्रमुख योजनाओं और ज़िले के प्रमुख परियोजनाओं को गति देने का प्रयास किया है।
राघव शर्मा ने बताया कि 1,923 करोड़ की लागत से बन रहे हिमाचल प्रदेश के सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट बल्क ड्रग पार्क का कार्य वर्ष 2023 में आरम्भ किया गया। उन्होंने बताया कि बल्क ड्रग पार्क हेतू जल आपूर्ति के लिए 31 करोड़ रूपये की लागत से बन रही स्कीम का कार्य युद्धस्तर स्तर पर किया जा रहा है। बल्क ड्रग पार्क के लिये 42 करोड़ रूपये से बन रही सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया गया है और 10 एमवीए लोड के लिए बिजली आपूर्ति की स्कीम का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बल्क ड्रग पार्क प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन से ज़िला और प्रदेश के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 20 हज़ार लोगों को रोज़गार मिलेगा। इस दिशा में वर्ष 2023 मील का पत्थर साबित होगा ।
उपायुक्त ने बताया कि वर्ष 2023 में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर वृद्ध, दिव्यांग, बीमार एवं अन्य श्रद्धालुओं के लिए देश के बड़े मंदिरों की तर्ज़ पर सुगम दर्शन प्रणाली लागू करने वाला पहला मंदिर बना। इस प्रणाली के माध्यम से 90 हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने सुगम रूप से दर्शन किए और मंदिर को 1.25 करोड़ रूपये की अतिरिक्त आय हुई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में चिंतपूर्णी मंदिर प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल सुविधा देने वाला पहला मंदिर बना है।
राघव शर्मा ने बताया कि ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी टेक्नोलॉजी पर आधारित हिमाचल प्रदेश के पहले आधुनिक म्यूजियम “माता श्री चिंतपूर्णी म्यूजियम” का खाका वर्ष 2023 में तैयार किया गया और इसका कार्य प्रधानमंत्री संग्रहालय का निर्माण कर चुकी प्रतिष्ठित कंपनी पवेलियन एवं इंटीरियर्स को आवंटित किया गया है। यह म्यूजियम वर्ष 2024 के अंत तक बनकर तैयार होगा।
डीसी ने बताया कि वर्ष 2023 में हिमाचल को हरित राज्य बनाने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम ऊना में उठाये गये हैं। उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन ऊना द्वारा रिकॉर्ड समय में 163.49 हेक्टेयर भूमि सोलर पॉवर प्रॉजैक्ट्स के लिये चिन्हित और हस्तांतरित की गई है जिस पर 67 मेगावॉट प्रोजैक्ट्स का कार्य शुरू हो चुका है। वर्ष 2023 में प्रदेश के पहले बड़े सोलर पॉवर प्रोजेक्ट का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश ने ऊना के पेखुबेला में किया है जोकि 220 करोड़ रूपये की लागत से बन रहा है और 32 मेगावॉट ऊर्जा उत्पन्न करेगा। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्ष में ऊना राज्य का अग्रिम हरित ज़िला बन कर उभरेगा ।
राघव शर्मा ने बताया कि ज़िला प्रशासन ने वर्ष 2023 में राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण दौलतपुर-तलवाडा रेलवे लाइन के 6.135 किलोमीटर के दौलतपुर-मंदवाडा सेक्शन का भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा किया और 283 करोड़ रूपये की लागत से रेलवे लाइन का कार्य शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि 303 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे पीजीआई सेटेलाइट सेंटर का कार्य वर्ष 2023 में धरातल पर शुरू किया गया। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की राह में आ रहे एनवायर्नमेंटल क्लीयरेंस की बाधा को वर्ष 2023 में दूर किया गया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी डे बोर्डिंग विद्यालय के लिए ज़िला प्रशासन ने रिकॉर्ड समय में पाँचों विधान सभा क्षेत्रों में 100 कनाल भूमि हस्तांतरित की। गगरेट और हरोली विधानसभा क्षेत्रों के लिए विद्यालय की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
राघव शर्मा ने बताया कि ज़िला में पहले ट्रैफिक पार्क और आधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के लिए हरोली विधानसभा क्षेत्र के रोड़ा में भूमि हस्तांतरित की गई और 3 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में गोबिंद सागर झील के लठियानी स्थित घाट से जल क्रीड़ा शुरू करने के उद्देश्य से लठियानी के समीप सोहारी गाँव में 1 हेक्टेयर भूमि चिन्हित करके पंचायती राज विभाग को हस्तांतरित की गई और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2.11 करोड़ रूपये की राशि ईको टूरिज्म पार्क के लिए स्वीकृत की गई।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में ज़िला प्रशासन ऊना ने नशे की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश का पहला और एकमात्र डिमांड रिडक्शन केंद्रित सामुदायिक सहभागिता का अभियान शुरू किया। इस अभियान के अंतर्गत 21 हज़ार युवाओं और 32 हज़ार घरों तक नशे से बचाव के संदेश को पहुँचाया जा चुका है। इस अभियान के क्रियाकलापों के लिए ज़िला ऊना को माननीय मुख्य मंत्री हिमाचल प्रदेश ने जून 2023 में सम्मानित भी किया।
राघव शर्मा ने बताया कि पहली बार ज़िले के विभिन्न भागों में सौंदर्यीकरण के प्रोजैक्ट्स का खाका तैयार किया गया। ऊना शहर की ऐतिहासिक 84 पौड़ियों के जीर्णाेद्धार का कार्य शुरू किया गया। घालुवाल चौक का सौंदर्यीकरण किया गया। ज़िला के महत्त्वपूर्ण हरोली-रामपुर पुल के दोनों छोर पर जन सुविधाओं का निर्माण किया गया। मुबारिकपुर से भरवाईं तक लाइटिंग एवं भित्ति-चित्रों के प्रोजेक्ट को स्वीकृत कर टेंडर अवार्ड कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ज़िला ऊना में परित्यक्त वृद्धजनों के कल्याण के लिए मॉडल ओल्ड ऐज होम के 2 चरणों का निर्माण पूरा किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में नेशनल हाईवे 503-ए के मंदली- लठियानी मिसिंग लिंक के 870.95 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट को स्वीकृति प्राप्त हुई। इस 8.153 किमी के प्रोजेक्ट में गोविंद सागर झील के ऊपर एक पुल भी शामिल है। वर्ष 2023 में इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और वन विभाग की स्वीकृति का कार्य शुरू हो गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में विशेष राजस्व अदालतों का आयोजन कर इंतकाल और तकसीम के लंबित मामलों का प्राथमिकता पर निपटारा किया गया। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2022 को लंबित 3,841 तकसीम के मामलों में से 1,658 मामलों का निपटारा किया गया जोकि कुल लंबित मामलों का 43 प्रतिशत था। इसी प्रकार इंतकाल के कुल लंबित 24,767 मामलों में से 23,614 मामलों का निपटारा किया गया जो कुल लंबित मामलों का 95.34 प्रतिशत था। इन दोनों मुहिम से आम लोगों को राजस्व मामलों में बहुत राहत मिली।
उन्होंने बताया कि ज़िला ऊना में वर्ष 2023 में 392 ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों को 7.89 करोड़ रूपये का रियायती ऋण उपलब्ध कराया गया। ज़िले के ग्रामीण ब्रांड “सोमभद्रा” को अधिक सशक्त करने के लिए रैंसरी में साँझा उत्पादन केंद्र स्थापित किया गया। वर्ष 2023 में बैम्बू इंडिया और स्वां वीमेन फेडरेशन से घंडावल में निर्मित बैम्बू टूथब्रश मैन्यूफ़ैक्चरिंग प्लांट के संचालन हेतु करार किया गया। यह प्लांट वर्ष 2024 के प्रथम तिमाही में शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में 31 हज़ार एक सौ 90 लोगों को 12 लाख 50 हज़ार 351 रोज़गार दिवस का लाभ दिया गया। मनरेगा के कार्यों पर 57 करोड रूपये का खर्च किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में 100 बेड के ईएसआईसी अस्पताल की सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त की गई और प्रोजेक्ट के लिए गोंदपुर बुल्लां में 1.97 हेक्टेयर भूमि चिन्हित एवं हस्तांतरित की गई।
उन्होंने बताया कि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करने के लिए बाबा माई दास सदन, चिंतपूर्णी और नेशनल करियर सर्विस सेंटर, रामपुर में दो नई लाइब्रेरी की शुरुआत वर्ष 2023 में की गई है। वर्ष 2023 में समूरकलां में नई लाइब्रेरी स्वीकृति की गई है।
राघव शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत 182 अनाथ बच्चों को वार्ड ऑफ़ स्टेट का दर्जा दिया गया। 54 अनाथ बच्चों के मामले शिक्षा/व्यवसाय के लिए वित्तीय सहायता हेतू संस्तुत किए गए जिसमें से 13 बच्चों को शिक्षा/व्यवसाय के लिए 7.83 लाख रूपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हो चुकी है।
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