नेरचौक मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हमला: एक घायल, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

नेरचौक, मंडी** – नेरचौक मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हुए हमले ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शनिवार रात को अचानक कॉलेज परिसर में दो गाड़ियों से घुसे हमलावरों ने प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हमला कर दिया, जिसमें एक डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया। अन्य प्रशिक्षु डॉक्टरों ने भाग कर अपनी जान बचाई।

**हमले की घटना:**
चश्मदीदों के अनुसार, हमलावर अचानक कॉलेज कैंपस में दाखिल हुए और प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हमला बोल दिया। इस दौरान एक डॉक्टर घायल हो गया, जिसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। अन्य डॉक्टरों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। हमलावरों ने इस हमले को बेहद संगठित तरीके से अंजाम दिया, जिससे पुलिस और कॉलेज प्रशासन दोनों ही हैरान हैं।

**पुलिस की कार्रवाई:**
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर एक हमलावर को पकड़ लिया, जबकि बाकी 11 हमलावर फरार होने में कामयाब हो गए। पुलिस ने उनकी पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। कॉलेज प्रशासन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और पुलिस से इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है।

**सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:**
इस हमले ने कॉलेज कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशिक्षु डॉक्टरों ने कॉलेज प्रशासन से अपनी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है।

कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोग भी इस हमले की निंदा कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

**समुदाय की प्रतिक्रिया:**
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में इस हमले को लेकर भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इससे प्रशिक्षु डॉक्टरों की सुरक्षा पर गहरा असर पड़ता है।

**निष्कर्ष:**
इस हमले ने नेरचौक मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियों को उजागर किया है। पुलिस प्रशासन की तेजी से कार्रवाई और दोषियों की गिरफ्तारी की दिशा में कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। वहीं, कॉलेज प्रशासन को भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर ध्यान देना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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