जिला रेडक्रास कुल्लू के अंतर्गत भुन्तर में संचालित एकीकृत नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सैंज मे जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें नशा निवारण के बारे में स्कूल के बच्चों व अध्यापकों को विभिन्न जानकारियां प्रदान की गई परियोजना समन्वयक अनीता ठाकुर ने कहा कि नशा एक बीमारी है इससे बचने के लिए इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानना आवश्यक है।नशे के गिरफ्त में आये युवक -युवतियों का इलाज संभव है यदि समय रहते हुए उन्हें नशा निवारण केंद्र में लाया जाए तथा विभिन्न प्रकार के औषधियां एवं उपचार से उन्हें नशे की लत से बाहर निकाला जा सकता है।
उन्होंने बताया कि नशा मुक्ति केन्द्र में इसके लिए डॉक्टरों की देखरेख में उचित परामर्श एवं दवाइयों के साथ-साथ मेडिटेशन, योग, खेल एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नशे के व्यसनी महिलाओं को नशे की लत से बाहर निकाला जाता है।
परियोजना समन्वयक अनीता ठाकुर ने कहा कि भून्तर स्थित नशा मुक्ति केंद्र में मरीज का उपचार बाह्य रोगी या आवासीय रोगी के रूप में किया जाता है। बाह्य रोगियों को निशुल्क दवाइयां दी जाती है तथा मनोवैज्ञानिक/काउंसलर द्वारा रोगी तथा उसके परिवार के सदस्यों के लिए परामर्श सत्रों का आयोजन किया जाता है। गंभीर लक्षणों वाले रोगियों को उनकी सहमति से केंद्र में भर्ती किया जाता है। आमतौर पर ऐसे रोगियों को 21 दिनों से 30 दिनों तक केंद्र में इलाज किया जाता है तथा उपचाराधीन रोगियों को डॉक्टर तथा स्टाफ नर्सों की निगरानी में उनके बी.पी., तापमान तथा अन्य लैब टेस्ट करवाए जाते है। किसी भी आपात स्थिति में उचित अस्पताल में रेफर करने की व्यवस्था की गई है। इलाज के दौरान मनोचिकित्सक काउंसलर द्वारा व्यक्तिगत परामर्श तथा परिवार के सदस्यों की परामर्श सुविधाएं दी जा रही हैं। उपचार अवधि के दौरान सुबह के समय शारीरिक व्यायाम, ध्यान और योगा प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा करवाए जाते है। दिन के समय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न गतिविधियों में उन्हे व्यस्त रखा जाता है। रोगियों को केंद्र में इलाज के दौरान साफ बिस्तर, नाश्ता, चाय, दोपहर का भोजन, रात का खाना मुफ्त दिया जाता है।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य जी ने सभी का धन्यवाद किया, कार्यक्रम में 80 बच्चे सहित अध्यापक भी उपस्थित रहे।
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