Shardiya Navratri 2022 Day 5: नवरात्रि के पांचवें दिन जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, मिलेगा मां भगवती का आशीर्वाद

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Shardiya Navratri 2022 Day 5: नवरात्रि के पांचवें दिन जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, मिलेगा मां भगवती का आशीर्वाद।वहीं मातारानी का आशीर्वाद पाने के लिए साधक इस दिन मां स्कंदमाता देवी स्तोत्र का पाठ करते हैं। तो आइए नवरात्रि के पांचवे दिन मातारानी की कृपा पाने के लिए उनके स्तोत्र का पाठ करें।

मां स्कंदमाता देवी स्तोत्र

((ध्यान ))

वन्दे वांछित कामर्थेचन्द्रार्घकृतशेखराम्।

सिंहारूढाचतुर्भुजास्कन्धमातायशस्वनीम्॥

धवलवर्णाविशुद्ध चक्रस्थितांपंचम दुर्गा त्रिनेत्राम।

अभय पदमयुग्म करांदक्षिण उरूपुत्रधरामभजेम्॥

पटाम्बरपरिधानाकृदुहज्ञसयानानालंकारभूषिताम्।

मंजीर हार केयूर किंकिणिरत्नकुण्डलधारिणीम।।

प्रभुल्लवंदनापल्लवाधरांकांत कपोलांपीन पयोधराम्।

कमनीयांलावण्यांजारूत्रिवलींनितम्बनीम्॥

((स्तोत्र ))

नमामि स्कन्धमातास्कन्धधारिणीम्।

समग्रतत्वसागरमपारपारगहराम्॥

शिप्रभांसमुल्वलांस्फुरच्छशागशेखराम्।

ललाटरत्‍‌नभास्कराजगतप्रदीप्तभास्कराम्॥

महेन्द्रकश्यपाíचतांसनत्कुमारसंस्तुताम्।

सुरासेरेन्द्रवन्दितांयथार्थनिर्मलादभुताम्॥

मुमुक्षुभिíवचिन्तितांविशेषतत्वमूचिताम्।

नानालंकारभूषितांकृगेन्द्रवाहनाग्रताम्।।

सुशुद्धतत्वातोषणांत्रिवेदमारभषणाम्।

सुधामककौपकारिणीसुरेन्द्रवैरिघातिनीम्॥

शुभांपुष्पमालिनीसुवर्णकल्पशाखिनीम्।

तमोअन्कारयामिनीशिवस्वभावकामिनीम्॥

सहस्त्रसूर्यराजिकांधनज्जयोग्रकारिकाम्।

सुशुद्धकाल कन्दलांसुभृडकृन्दमज्जुलाम्॥

प्रजायिनीप्रजावती नमामिमातरंसतीम्।

स्वकर्मधारणेगतिंहरिप्रयच्छपार्वतीम्॥

इनन्तशक्तिकान्तिदांयशोथमुक्तिदाम्।

पुन:पुनर्जगद्धितांनमाम्यहंसुराíचताम॥

जयेश्वरित्रिलाचनेप्रसीददेवि पाहिमाम्॥

इस स्तोत्र का पाठ करना परम कल्याणकारी माना जाता है। साधक लोग मातारानी को सिद्ध करने के लिए इस स्तोत्र का पाठ 41 दिनों तक भी करते हैं। इससे मां स्कंदमाता अपने भक्तों का हर परेशानी में ध्यान रखती हैं और उनकी रक्षा करती हैं। कष्ट और परेशानी के साथ-साथ आर्थिक रुप से दरिद्र व्यक्ति भी मां स्कंदमाता स्तोत्र का पाठ करने के बाद धनवान बन सकता है। शास्त्रों की मानें तो स्कंदमाता का ध्यान करते हुए अगर इस स्तोत्र का पाठ किया जाए तो व्यक्ति को सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। वहीं मृत्यु के बाद साधक को मातारानी के धाम में स्थान मिलता है। परम पुनीत पुण्यदायी माने जाने वाले इस स्तोत्र का पाठ हर प्रकार से लाभदायक माना जाता है। वहीं प्रतिदिन इसका पाठ करने से और मातारानी का ध्यान करने से आपको बिजनेस और नौकरी के क्षेत्र में भी सफलता के योग बनते हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

http://dhunt.in/CnxyA?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “हरिभूमि”

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