दिल्ली के ‘शराब घोटाले’ में पहली गिरफ्तारी, CBI ने कारोबारी विजय नायर को किया अरेस्ट; AAP से भी नाता।इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं।
सीबीआई ने मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ बिजनेसमैन विजय नायर को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 मामले में गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नायर ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ सालों तक काम किया है।
दिल्ली आबकारी नीति के कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार की अपनी जांच के हिस्से के रूप में सीबीआई नायर से जुड़ी कई कंपनियों के लेन-देन की जांच कर रही है, जिनमें ‘ओनली मच लाउडर’, बैबलफिश और मदरवियर शामिल हैं।
‘आप’ ने नायर की गिरफ्तारी को गुजरात के चुनाव से जोड़ा
वहीं, नायर की गिरफ्तारी के बाद ‘आप’ की नेता आतिशी ने कहा कि विजय नायर आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज हैं। दिल्ली के 2020 और पंजाब के 2022 के चुनावों में वह कम्युनिकेशन और सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी के इंचार्ज रहे हैं। उन्होंने कहा कि नायर पार्टी के व्यक्ति हैं, सरकार का उनसे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन फिर भी आबकारी मामले की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि विजय नायर गुजरात के चुनावों का कम्युनिकेशन, मीडिया और सोशल मीडिया देख रहे थे।
आतिशी ने कहा कि सरकार से कोई लेना-देना ना होते हुए भी में उनको अरेस्ट किया गया है, क्योंकि गुजरात में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा को डर लग रहा है।
सीबीआई ने अगस्त में 31 जगहों पर की थी छापेमारी
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा दिल्ली आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में दर्ज एक एफआईआर में मनीष सिसोदिया समेत 15 अन्य लोगों तथा संस्थाओं को नामजद किया है। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित भ्रष्टाचार को लेकर अगस्त महीने में सिसोदिया के घर और आईएएस अधिकारी और पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्णा के आवास सहित 31 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। सिसोदिया के घर करीब 15 घंटे तक चली छापेमारी के दौरान एजेंसी ने कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे।
सीबीआई की एफआईआर में मनीष सिसोदिया समेत 15 के नाम
आबकारी नीति मामले में 17 अगस्त को सीबीआई द्वारा दिल्ली के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। सीबीआई ने एफआईआर में आपराधिक साजिश से संबंधित आईपीसी की धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों को जोड़ा है। एफआईआर में आरव कृष्णा, पूर्व उप आबकारी आयुक्त आनंद तिवारी और सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, नौ व्यवसायी और दो कंपनियों सहित लोक सेवकों के नाम भी शामिल हैं।
बता दें कि, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार द्वारा इस साल जुलाई में नीति को वापस ले लिया गया था।
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epaper.livehindustan.com http://dhunt.in/CfWm6?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “Live हिन्दुस्तान”
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