‘राम-कृष्ण को नहीं मानूंगा’ शपथ पर घिरे AAP के मंत्री, BJP हमलावर, गौतम ने दी सफाई। दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के बौद्ध महासभा के आयोजन में शामिल होने पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के मंत्री ने हिंदुओं के इष्ट देवताओं का अपमान किया है.।उनके अलावा बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी इस कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं. बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल भी राजेंद्र पाल गौतम से नाराज हैं.
दरअसल दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम बौद्ध महासभा के आयोजन में शामिल हुए. जिसमें हिंदुओं के देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई गई. उस समय मंच पर राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे और वो भी शपथ ले रहे थे. इसको लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को घेर लिया है. बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि जहां चुनाव होते हैं वहां केजरीवाल और उनके नेता जय श्री राम और कृष्ण कहते थकते नहीं, लेकिन जहां सत्ता में होते हैं वहां ऐसा अपमान.
यह है @AamAadmiParty का दोगलापन ।
जिस राज्य में चुनाव होते है वहाँ @ArvindKejriwal और उनके गुर्गे,जय श्री राम और जय श्री कृष्ण कहते थकते नहीं।
लेकिन जहाँ सत्ता में होते है वहाँ उनके मंत्री (ख़ुद सुनिए) कैसे हमारे इष्ट देवताओं का अपमान करते है।
ग़ज़ब है केजरीवाल।@BJP4Delhipic.twitter.com/kfUCW9782S
‘धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेंसी बन गई AAP’
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि केजरीवाल के मंत्री दिल्ली में हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं को गाली दे रहे हैं और खुद केजरीवाल गुजरात में जय श्री कृष्णा के नाम पर वोट मांग रहे हैं. आम आदमी पार्टी अब गरीब हिंदुओं को मुफ्त सामान देकर धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेंसी बन गई है. वहीं बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने नागपुर का वीडियो शेयर किया है, जिसमें हिंदू धर्म के देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ ली जा रही है. वीडियो ट्वीट करते हुए मनोज तिवारी ने पूछा कि आम आदमी पार्टी इतनी हिंदू विरोधी क्यों है? आप के मंत्री हिंदू धर्म के खिलाफ शपथ ले भी रहे हैं और दिला भी रहे हैं.
VHP ने भी उठाए सवाल
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी आम आदमी पार्टी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जिहादी तुष्टीकरण व ईसाई मिशनरियों के संरक्षण के साथ अब आप सरकार दिल्ली में धर्मांतरण के सार्वजनिक अड्डे भी चलाने लगी? दिल्ली के मंत्री स्वयं हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ शपथ दिला रहे हैं. राजनीति का निकृष्टम हिंदू द्रोही चेहरा और क्या होगा!! कठोरतम कार्यवाही जरूरी है.
राजेंद्र पाल गौतम ने दिए जवाब
इसका जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 1956 से आजतक देश और दुनिया में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली जाती है. हर साल ये कार्यक्रम आयोजित होता है. नागपुर में जहां बाबा साहेब अम्बेडकर ने दीक्षा ली थी, वहां हर साल 15 से 20 लाख लोग इकट्ठे होते हैं. गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, बिहार में कार्यक्रम आयोजित हुए हैं.
बाबा साहेब ने ली थी 22 प्रतिज्ञा
दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री ने बताया कि बाबा साहेब अम्बेडकर ने ज़ब दीक्षा ली थी तो उन्होंने 22 प्रतिज्ञा ली थी. किसी की आस्था या धर्म को ठेस पहुंचाना मकसद नहीं है. प्रतिज्ञाओं का एक ही मकसद है कि भारत मजबूत हो और जातिवाद मुक्त भारत बने. भारत में दलितों के साथ उत्पीड़न बढ़ गया, इसलिए आज ये दीक्षा का चलन बढ़ गया है.
राजेंद्र गौतम ने की मोहन भागवत की तारीफ
राजेंद्र पाल गौतम ने मोहन भागवत द्वारा दिए गए बयान की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले दिनों मोहन भागवत ने अपने भाषण में दोहराया कि संविधान और कानून के प्रति लोगों की आस्था हो. दूसरे धर्म की आस्था की इज्जत करनी चाहिए. शमशान घाट एक हों, मंदिर में सामान अधिकार होना चाहिए. RSS चीफ के इन शब्दों की सराहना करता हूं कि गंभीर मुद्दे को उठाया.
मनोज तिवारी को दिया जवाब
मनोज तिवारी के ट्वीट का जवाब देते हुए गौतम ने कहा, ‘ये आम आदमी पार्टी का आयोजन नहीं हैं. ये भारतीय बौद्ध महासभा का आयोजन है. लेकिन हर किसी व्यक्ति की धार्मिक आस्था है. किसी को क्यों एतराज होना चाहिए. ये राजनीतिक प्रोग्राम नहीं था. ये धार्मिक कार्यक्रम 1956 से होता आ रहा है. बाबा साहेब अम्बेडकर ने बौद्ध सभा बनाई थी और उसी बैनर के तले हर साल इस कार्यक्रम का आयोजन होता है.’
यूपी की घटनाओं पर पूछा सवाल
ऐसी बातें करने वालों से मैं पूछना चाहता हूं कि वो दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों की हत्या पर चुप्पी क्यों साध लेते हैं? यूपी में आए दिन घटना होती है और बड़े नेता चुप्पी साध लेते हैं. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मेरा कोई वीडियो दिखा दें जहां किसी धर्म के खिलाफ कुछ कहा हो. राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर ने शपथ दिलाई थी कि जब बौद्ध बनते हैं तो ऐसी किसी मान्यता को छोड़कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाते हैं. BJP रोजगार या महंगाई पर बात नहीं करती है. BJP न्याय पर या काला धन लाने पर बात नहीं करती. संविधान को जलाते हैं, संविधान के खिलाफ बोलते हैं और देश तोड़ने की बात करते हैं, जाति धर्म के खिलाफ़ उन्माद फैलाते हैं. BJP देश द्रोही है.
http://dhunt.in/CVWVe?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “आज तक”
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