Diwali 2022 : 24 को शुभ मुहूर्त में मनेगी दीपावली, गोवर्धन पूजा में सूर्य ग्रहण का रोड़ा, करें ये उपाय।दीपावली पर्व प्रकाश, ज्ञान और धन-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस वर्ष पांच दिनों तक चलने वाला पंचोत्सव पर्व 23 अक्टूबर, रविवार को धनतेरस के साथ शुरू हो जाएगा।
सूर्यास्त से पहले शुरू होगी अमावस्या तिथि
छोटी दीपावली (रूप चौदस/नरक चतुर्दशी) पञ्चाङ्ग के अनुसार 24 अक्टूबर, सोमवार में सायं 5:27 मिनट तक रहेगी। इसके पश्चात सूर्यास्त से पहले ही अमावस्या तिथि प्रारंभ हो जाएगी। दीपावली पर्व कार्तिक मास की अमावस्या 24 अक्टूबर, सोमवार को मनाया जाएगा। हस्त नक्षत्र दिन में 2:41 मिनट तक रहेगा, रात्रि में चित्रा नक्षत्र रहेगा। हस्त नक्षत्र व चित्रा नक्षत्र में वैधृति योग का संयोग सुखद रहेगा। यह जानकारी पंडित मुकेश शास्त्री ने देते हुए बताया कि दीपावली की रात्रि वेला में मेष लग्न सायं 5:17 से 6:54 मिनट तक रहेगी, जिसमें चर के चौघड़िया की व्याप्ति तथा प्रदोष काल श्रेष्ठ रहेगा।
चौघड़िया में पूजा करने वालों को पहुंचता है नुकसान
इस दौरान दीपावली पूजन उद्योग धंधे, टूर व ट्रैवल, ट्रांसपोर्टस तथा गृहस्थी के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा। वृषभ लग्न 6:54 से 8:51 मिनट तक रहेगी। दीपावली पूजन में स्थाई प्रकृति या नौकरी का कार्य करने वाले लोगों के लिए श्रेष्ठ कहा गया है। मिथुन लग्न रात्रि 8:51 से 11:5 तक रहेगी। जिसमें व्याप्त काल के चौघड़िया के स्वामी शनि कहे गए हैं। शनि की आस्था लोहा, कबाड़, प्लास्टिक, तारकोल, रबड़ आदि से संबंधित कामों में होती है। इन चौघड़िया में पूजा करने वालों को शनि नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। कर्क लग्न रात्रि 11:5 से 1:23 तक रहेगी। दीपावली पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त निशीथ काल भी इसी समय के मध्य में रहेगा जो प्रत्येक कार्य सिद्धि में सहायक माना जाएगा।
ये करें उपाय तो बरसेंगी लक्ष्मी
पंडित मुकेश शास्त्री ने बताया कि दीपावली पर विष्णु प्रिया मां लक्ष्मी उद्योग, प्रतिष्ठान व ग्रस्थ आश्रय का निरीक्षण करती है। मां लक्ष्मी को स्वच्छता व अर्धरात्रि व्रत, पूजन अच्छा लगाता है। इसलिए अलंकारों से युक्त, पुष्प माल्यादि से सुशोभित चंदन लगाकर दीपकों के उजाले में उत्सव करते हुए जागते रहें, पूरे वर्ष मां लक्ष्मी की कृपा अखंड रूप से बरसती रहेगी। बताया कि 25 अक्टूबर, मंगलवार में गोवर्धन पूजा के समय प्रतिपदा का अभाव है। सायंकाल 4:29 से 5:57 मिनट तक सूर्य ग्रहण लगेगा। ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतंक लग जाएंगे। सूतंकों में पूजा पाठ, मेवा पकवान इत्यादि नहीं बन सकते हैं और न गोवर्धन महाराज की पूजा हो सकती। इसलिए शास्त्रोक्त अन्नकूट, गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर, बुधवार को होगी। भाई दूज 27 अक्टूबर, गुरुवार में मनाई जाएगी ।
सूर्य ग्रहण का प्रभाव
मेष राशि, मिथुन राशि, कन्या राशि, कुम्भ राशि बालों के लिए सामान्य। वृष राशि, सिंह राशि, धनु राशि, मकर राशि वालों के लिए शुभ सुखद। कर्क राशि, तुला राशि, वृश्चिक राशि, मीन राशि वालों के लिए अशुभ एवं निषेध फल दायक होगा।
http://dhunt.in/DB5a8?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “जागरण”
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