रेसलर vs WFI दंगल: अब महिला पहलवानों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, WFI चीफ के खिलाफ FIR की मांग

Read Time:2 Minute, 49 Second

रेसलर vs WFI दंगल: अब महिला पहलवानों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, WFI चीफ के खिलाफ FIR की मांग।भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को लेकर धरने पर बैठीं महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है.

विनेश फोगाट समेत 7 महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया कि 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत देने के बावजूद एफआईआर नहीं दर्ज हुई है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने महिला पहलवानों के पक्ष की तरफ से वकील कल जल्द सुनवाई की मांग करेंगे.

वहीं दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि अभी तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ सात शिकायतें मिली हैं और उन सभी की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.


उन्होंने कहा, ‘जांच के तहत हमने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है.’ देश के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कई नामी पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति की घोषणा की थी.

By News18

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post सुखु सरकार के ऐच ए एस अधिकारियों का एक और बड़ा तबादला
Next post सासंद लोक सभा प्रतिभा सिंह ने किन्नौर जिला के रिकांग पिओ में केंद्रीय पोषित विभिन्न योजनाओं की ली समीक्षा
error: Content is protected !!