हिमाचल प्रदेश चचकित्सि संघ आज डॉ राजेश राणा की अध्यक्षता में माननीय मुख्यमंत्री मिोदय श्री सुखववंदर सिंह सुक्खू जी और माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री धनीराम शांडडल्य से मुलाकात की । इस दौरान संघ माननीयस्वास्थ्य सेक्रेटरी श्रीमती एम सुधा देवी एवं चचकित्सा निदेशक श्री गोपाल बेरी जी से भी मुलाकात की ।
एसोससएशन ने इन सभी के सामने कुछ अपनी डिमांड्स को रखा।
उन्होंने कहाँ की 4 -9 -14 जो पिछले कुछ समय से बंद कर दिया है उस को बहाल कर दिया जाए क्योंकि कुछ डॉक्टर्स को मिल रहा है और कुछ को ना मिलने से वह हताश महसूस कर रहे हैं और कर्रिएर प्रोग्रेशन में एक वाधा के रूप में मह्सूस कर रहे हैं।
एमबीबीएस सहित लगभग 9 से 12 साल के किसी भी क्षेत्र में एक विशेष डॉक्टर बनने की आवश्यकता होती है।श्री मान एक विशेषज्ञ डॉक्टर जब कमाना शुरू करता है तो लगभग 35 वर्ष का हो जाता है और वह भी अध्ययन और सेवाओं के लिए समर्पित वर्षों की तुलना में बहुत कम राशि अर्जित की जाती है।विनम्र अनुरोध है कि पोस्ट ग्रेजुएशन भत्ते को बढ़ाकर 25000 रुपये कर दिया जाए क्योंकि एनपीए भी कम हो गया है।
महोदय, कई वर्षों से चिकित्सा अधिकारियों की वरिष्ठता सूची समय पर तैयार नहीं की जा रही है और न ही समय पर पदोन्नति हो रही है। महोदय एक डॉक्टर एक चिकित्सा अधिकारी के रूप में शामिल होता है और एक चिकित्सा अधिकारी के रूप में कई बार सेवानिवृत्त होता है।महोदय, भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों के साथ-साथ राज्य में एमबीबीएस डॉक्टरों के उत्तीर्ण होने के मद्देनजर कैडर की संख्या को 7000 तक बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है क्योंकि वर्तमान में लगभग 2500 डॉक्टर हिमाचल प्रदेश की 80 लाख आबादी की देखभाल कर रहे हैं।
जब मेडिकल कॉलेज 100 सीटों के साथ शुरू किए गए थे, तब 100 छात्र मानदंडों के अनुसार संकाय पद सृजित किए गए थे, लेकिन अब ईडब्ल्यूएस कोटा के कारण अब 120 सीटें हैं। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अनुसार या तो 100 सीटों या 150 सीटों की अनुमति है। एक विनम्र अनुरोध है कि अच्छी शिक्षण पद्धतियों के साथ-साथ रोगियों को गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करने के लिए कृपया 150 सीटों के अनुसार फैकल्टी पदों की व्यवस्था करें।
एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री और अन्य अधिकारियों से हिमाचल प्रदेश के लोगों के पक्ष में एसोसिएशन द्वारा उठाए गए मुद्दों पर ध्यान देने का अनुरोध किया।
इस वाता में संघ में वर्ष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अनुपम बधन, डॉक्टर सौरभ शमा, उपाध्यक्ष डॉक्टर अंजली चौहान, महाशचिव डॉ विकाश ठाकुर, संयुक्त सचिव डॉक्टर सुनील चौहान, डॉक्टर मोहित डोगरा, डॉक्टर यासमीन, कोषाध्यक्ष डॉक्टर प्रवीण चौहान, प्रेस सचिव डॉक्टर विजय राए, शिमला एकै के अध्यक्ष डॉक्टर दीपि सचिव डॉक्टर योगराज, कांगड़ा एकै के सचिव डॉक्टर उदय के इलावा अनय डॉ उपस्थित थे।