
H3N2 Virus: सबसे ज्यादा इस लक्षण वाले मरीज पहुंच रहे अस्पताल, डॉक्टरों ने खुद से दवा लेने वालों को चेताया; वजह भी बताई । डॉक्टरों का कहना है कि देश में इन्फ्लूएंजा के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच, अधिक रोगी निमोनिया जैसी स्थिति और सुनने में दिक्कत की शिकायत कर रहे हैं.
सीके बिड़ला अस्पताल के कंसल्टेंट-इंटरनल मेडिसिन राजीव गुप्ता ने कहा, फ्लू के इस प्रकरण में कानों में दिक्कत अतिरिक्त लक्षण है. उन्होंने कहा, कई रोगियों को बीमारी के पांचवें या छठे दिन कानों में भरापन की शिकायत होने लगती है या ऐसा महसूस होता है कि कानों के अंदर कुछ अवरुद्ध हो गया है. यह युवा वयस्कों में अधिक आम है. मेयो क्लिनिक के अनुसार, कानों में भरापन तब होता है जब आपके कान बंद महसूस होते हैं.
आपकी यूस्टेशियन ट्यूब- जो आपके मध्य कान और आपकी नाक के पीछे के बीच चलती है- अवरुद्ध हो जाती है. एक व्यक्ति कानों में परिपूर्णता या दबाव की भावना का अनुभव कर सकता है. कुछ मामलों में इसके साथ कान में दर्द, चक्कर आना और सुनने में दिक्कत भी होती है.
राजीव गुप्ता ने कहा कि फ्लू युवा आबादी में गंभीर नहीं है, जिनकी ‘इम्यून सिस्टम’ ठीक है. लेकिन अस्पताल में मुख्य रूप से वह लोग आ रहे हैं जिन्हें हृदय रोग, या श्वसन रोग जैसे सीओपीडी या ब्रोन्कियल अस्थमा या क्रोनिक किडनी रोग के पीड़ित है, या जो कैंसर रोधी दवाओं या स्टेरॉयड जैसी प्रतिरक्षा दमनकारी चिकित्सा पर हैं. डॉक्टरों ने लोगों को विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करने और बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियां बरतने की सलाह दी.
खुद से दवा न लेने की सलाह
इन्फ्लूएंजा ए सबटाइप एच3एन2 वायरस के मामले में लखनऊ के डॉक्टरों ने लोगों से खुद दवा लेने से बचने का आग्रह किया. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की सीनियर फैकल्टी शीतल वर्मा ने कहा, इन्फ्लूएंजा ए वायरस उप-प्रकार एच3एन2 कोई नई बात नहीं है. लोगों को पीड़ित होने पर बगैर डॉक्टर के सलाह के खुद दवा लेने से बचना चाहिए. घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ का अनुभव करने वाले लोगों के लिए बेहतर है कि वे खुद दवा खरीदने के बजाय डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि यह फ्लू वैरिएंट अलग है.
डॉक्टरों के अनुसार, लोगों को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को पर्याप्त रखना चाहिए और अनजान लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना, खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना. एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव अभिषेक शुक्ला ने कहा, इन दिनों खांसी की लंबी अवधि का अनुभव करने वालों में से अधिकांश के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, यह उम्र या किसी अन्य पहले से मौजूद बीमारी के कारण हो सकता है. आईएमए, लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष पीके गुप्ता ने कहा, बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक असुरक्षित हैं. उन्हें सलाह दी जाती है कि वे सुबह और देर शाम ठंड से बचें. इससे संक्रमित होने की संभावना कम हो जाएगी.
केंद्र ने जारी किया अलर्ट
इस बीच, भारत ने मौसमी इन्फ्लूएंजा उपप्रकार एच3एन2 के कारण दो मौतें दर्ज की हैं, कर्नाटक और हरियाणा में एक-एक. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी शुक्रवार को राज्यों से कहा कि वह ‘बढ़ते’ मामलों के मद्देनजर सतर्क रहें और स्थिति पर बारीकी से नजर रखें. मंडाविया ने ट्वीट में कहा- देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए एक बैठक की. राज्यों को सतर्क रहने और स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के लिए सलाह जारी की गई. भारत सरकार राज्यों के साथ काम कर रही है और स्थिति से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के लिए समर्थन बढ़ा रही है.
मंत्रालय ने कहा, मौसमी इन्फ्लुएंजा के संदर्भ में युवा बच्चों और वृद्धों में कॉमरेडिटी सबसे कमजोर समूह हैं. अब तक, कर्नाटक और हरियाणा ने एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि की है. फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के पल्मोनोलॉजी के निदेशक मनोज गोयल ने आईएएनएस को बताया- लक्षण पहले देखे गए फ्लू के समान होते हैं – बुखार, बहती नाक, शरीर में दर्द- कभी-कभी इन रोगियों में पेट, दस्त और गंभीर मांसपेशियों में दर्द जैसे अन्य लक्षण भी होते हैं. कभी-कभी, रोगियों को निमोनिया जैसी शिकायतों के साथ भी भर्ती किया जा रहा है.
ओडिशा में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के 59 मामले पाए गए
पिछले दो महीनों के दौरान ओडिशा में कम से कम 59 एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मामलों का पता चला है, क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी)-भुवनेश्वर के निदेशक संघमित्रा पति ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जनवरी और फरवरी 2023 के दौरान आरएमआरसी-भुवनेश्वर में एच3एन2 के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से कुल 225 संदिग्ध फ्लू के नमूनों का परीक्षण किया गया, जिनमें से 59 नमूने एच3एन2, एक इन्फ्लूएंजा और एक कोविड-19 के लिए सकारात्मक पाए गए.पति ने कहा कि हालांकि, संदिग्ध नमूने से एच1एन1 फ्लू (स्वाइन फ्लू) के एक भी मामले का पता नहीं चला.
By India.com