MBBS, BDS, Ayush में नहीं मिला एडमिशन तो न हों परेशान, इन मेडिकल कोर्स में लें दाखिला

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MBBS, BDS, Ayush में नहीं मिला एडमिशन तो न हों परेशान, इन मेडिकल कोर्स में लें दाखिला ।: देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए होने वाली NEET UG परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है. नीट यूजी परीक्षा देने वाले अधिकतर युवा MBBS Course में एडमिशन के लिए संघर्ष करते देखे जाते हैं.

बीडीएस और आयुष में युवा मजबूरी में एडमिशन लेते हैं. मेडिकल की दुनिया इन कोर्सेज के आगे भी है. कई कोर्सेज हैं, जिनमें एडमिशन लेकर आप अपना करियर इसी क्षेत्र में चमका सकते हैं. इनमें एडमिशन का माध्यम नीट ही है.

NEET 2023, आगामी 7 मई को है. एडमिशन की मारामारी, जोड़-घटाव अभी से शुरू हो चला है. प्रतियोगिता बहुत तगड़ी है. भारत जैसे विशाल देश में तमाम नए सरकारी, निजी मेडिकल कॉलेज खुलते जा रहे हैं फिर भी MBBS की सीटें एक लाख नहीं हैं. इनके लिए 15-18 लाख दावेदार हर साल किस्मत आजमाते हैं. पर, एडमिशन तो उतने का ही होना है, जितनी सीटें हैं.

MBBS BDS के अलावा इनमें लें एडमिशन

लगभग 27 हजार सीटें बीडीएस और लगभग 53 हजार Ayush Course में सीटें हैं, इन्हें भी जोड़ लिया जाए अधिकतम 1.80 लाख स्टूडेंट्स ही एडमिशन ले पाते हैं. बाकी कई लाख युवा निराश होते हैं. एमबीबीएस में एडमिशन मिलने पर कुछ तो अगले साल तैयारी करने के लिए फिर जुट जाते हैं लेकिन कुछ बीमार हो जाते हैं. कुछ अन्य फील्ड में खुद को आजमाने का फैसला कर लेते हैं.

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इस कॉपी में हम मेडिकल स्टूडेंट्स को नीट के जरिए एडमिशन लेने वाले अन्य कोर्सेज की जानकारी दे रहे हैं, जहां एडमिशन लेकर आप मेडिकल फील्ड में ही खुद को आजमा सकते हैं. इससे आपका कीमती समय बचेगा. पढ़ाई में लग जाएंगे तो भविष्य भी बेहतर दिखने लगेगा.

बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगा सिस्टम्स (BYNS)
बैचलर ऑफ सिद्धा मेडिसिन एंड सर्जरी (BSMS)
बैचलर ऑफ वेटेनरी साइन्सेज एंड एनिमल हसबैंड्री
अन्य Medical Courses

इन तीनों कोर्स को पूरा करने वाले भी डॉक्टर ही कहे जाते हैं. BYNS और BSMS करने वाले इंसानों का इलाज करते हैं तो BVSc. & AH वाले पशुओं का इलाज करते हैं.
NEET के जरिए एडमिशन वाले कुछ और कोर्सेज, जिनकी पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर तो नहीं होते लेकिन डॉक्टर से ज्यादा महत्वपूर्ण काम करते हैं. इन कोर्सेज को करने वाले न हों तो कई बार बड़े से बड़े अस्पताल का सिस्टम ठप पड़ सकता है.

-बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)

-बीएससी इन एलाइड हेल्थ सर्विसेज

-बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी

-बीएससी इन नर्सिंग

-बीएससी इन डायलिसिस थेरेपी

-बीएससी इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन ऑप्टोमेट्री

-बीएससी इन एक्सरे टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन न्यूक्लियर मेडिसिन टेक्नोलॉजी

-बैचलर ऑफ रेडिएशन टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी

-बीएससी इन एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी

अगर आपका नीट स्कोर कम है तो उपरोक्त कोर्सेज आपके सपने को पूरा कर सकते हैं. इन कोर्सेज में एडमिशन हर राज्य अपने तरीके से भी करते हैं और केन्द्रीय संस्थान नीट से. इसका मतलब यह हुआ कि काउंसिलिंग के समय आप एम्स जैसे संस्थान में खुद के लिए सीटस पर नजर रख सकते हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, बीएचयू जैसे केन्द्रीय संस्थान में अपने लिए मौके देख सकते हैं.

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इन कोर्सेज को करने वाले स्टूडेंट्स प्रायः कॉलेज से ही सरकारी नौकरी पा जाते हैं. मतलब प्लेसमेंट की समस्या नहीं है. देश के सभी बड़े अस्पताल की चेन इन युवाओं को हाथोंहाथ इसलिए ले लेते हैं क्योंकि कई बार इनकी स्किल के सहारे वे डॉक्टर की कमी भी पूरी कर लेते हैं. क्योंकि इनकी पढ़ाई किसी एक क्षेत्र विशेष में होती है. यूजी के इन कोर्सेज को करने के बाद आपके पास मास्टर्स करने की आजादी भी रहेगी.

By TV9 Bharatvarsh

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